- लगभग 70 प्रतिशत आवासों का मालिकाना हक महिलाओं को दिया गया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबों के सबसे बड़े हितैषी हैं। वे वंचितों, शोषितों और गरीबों की समस्याआें और सरोकारों का निरन्तर समाधान करने के लिए तत्पर रहते हैं। गरीबों को आवास मुहैया कराने के दृष्टिगत ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की संकल्पना की और इसे एक अप्रैल, 2016 से लागू किया। भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारम्भ 20 नवम्बर, 2016 को प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश के जनपद आगरा से किया गया।
मुख्यमंत्री ने यह विचार प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 6637.72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 5.51 लाख आवासों के लाभार्थियों के गृह प्रवेश/चाभी वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने लाभार्थियों को वर्चुअल माध्यम से चाभियां वितरित कीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीबों को खुश देखना चाहते हैं। प्रधानमंत्री का सपना है कि हर गरीब का घर हो अपना। इस योजना के तहत अब तक बड़ी संख्या में प्रदेश के गरीबों को आवास उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी/ग्रामीण) तथा मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अन्तर्गत पिछले चार वर्षोें में लगभग 42 लाख आवास स्वीकृत किये गये। जबकि इसके सापेक्ष पूर्व के 30 वर्षों में कुल 53 लाख आवास बने। इससे पता चलता है कि पूर्व की सरकारों ने गरीबों की आवासीय समस्याआें के समाधान पर पूरा ध्यान नहीं दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस योजना से गरीबों, किसानों, महिलाओं, वंचितों, दलितों, अल्पसंख्यकों तथा अन्य वर्गों को जोड़ा और लाभान्वित किया। आज प्रधानमंत्री के विकास के एजेंडे का लाभ गरीबों को बिना भेदभाव के मिल रहा है। उन्होंने लाभान्वित हुए सभी लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उन सबको प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भरता के विजन का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)/मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों को अन्य लाभार्थीपरक योजनाओं जैसे उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान भारत, राशन कार्ड, शौचालय निर्माण, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना इत्यादि का भी लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के पांच लाभार्थियों-जनपद अयोध्या की प्रेमा, जनपद रायबरेली की अंशू देवी, जनपद वाराणसी की मीरा देवी, जनपद कुशीनगर की संगीता देवी तथा जनपद सोनभद्र के बरई को आवास की प्रतीकात्मक चाभी वितरित की। अन्य जनपदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े इस योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया। इनमें जनपद अयोध्या की कुमकुम, वाराणसी की कमला देवी, बहराइच की हाजरा तथा जनपद प्रतापगढ़ की सुशीला शामिल थीं। उन्होंने जनपद लखीमपुर खीरी के हाउसिंग क्लस्टर लन्दनपुर ग्रंट की लाभार्थियों प्रेमवती तथा सरला से भी संवाद किया। उल्लेखनीय है कि लगभग 70 प्रतिशत आवासों का मालिकाना हक महिलाआें को दिया गया है।
कार्यक्रम को ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम विकास राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल तथा अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।