प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी..जैसे ही यह शब्द और तस्वीर छात्रों के लैपटाप स्क्रीन पर नजर आई। गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री टॉयकेथान 2021 के प्रतिभागियों से मिले। प्रधानमंत्री ने खिलौना उद्योग, कुपोषण, जंक फूड आदि मुद्दों पर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि खिलौने और खेल हमारी मानसिक शक्ति, सृजनात्मकता, अर्थव्यवस्था और ऐसे अनेक पहलुओं को प्रभावित करते हैं, इसलिए इन विषयों की बात भी उतनी ही आवश्यक है।
बता दें कि टॉयकेथान 2021 के अंतिम दिन प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। टॉयकेथान प्रतियोगिता के लिए डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आइईटी को नोडल सेंटर बनाया गया है। प्रतियोगिता में 15 टीमों ने भाग लिया है। प्रधानमंत्री ने खिलाैैना इंडस्ट्री पर प्रतिभागियों की राय भी सुनी और उसे विकसित करने के लिए सुझाव भी दिए। प्रधानमंत्री ने बुधवार को टॉयकेथान को संबोधित करने की जानकारी ट्विटर पर भी दी थी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य अभिनव खिलौनों और खेलों के जरिए नए विचारों को दुनिया में फैलाना है।
उन्होंने खेल के माध्यम से मानवीय मूल्यों को विकसित करने और बढ़ावा देने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक खेल बाज़ार क़रीब 100 बिलियन डॉलर का है। इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ डेढ़ बिलियन डॉलर के आसपास ही है। आज हम अपनी आवश्यकता के भी लगभग 80% खिलौने आयात करते हैं। यानि इन पर देश के करोड़ों रुपये बाहर जा रहे हैं। इस स्थिति को बदलना बहुत ज़रूरी है
उनका कहना था कि इससे समाज पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। टॉयकेथान का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, डीपीआईआईटी, कपड़ा मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा एआईसीटीई ने संयुक्त रूप से किया है। प्रप्रधानमंत्री ने जंक फूड के फायदे और नुकसान पर भी चर्चा की। प्रतिभागियों से कुपोषण दूर करने की अपील की। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे हेल्दी खाना खाने से बचते हैं, जिसकी वजह से वह कुपोषण के शिकार हो जाते हैं। इसलिए उन्हें खेलों के माध्यम से सतर्क करें और पौष्टिक भोजन की महत्ता समझाएं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल जनवरी में टॉयकेथान लांच किया था। इसके तहत प्रतियोगियों को नए खिलौने और गेम का कान्सेप्ट तैयार करना होगा। जो गेम भारतीय सभ्यता, इतिहास, संस्कृति, पौराणिक कथाओं आदि पर आधारित हों। इसमें 50 लाख रुपये तक के इनाम जीतने का मौका है। इसमें छात्र, अध्यापक, स्टार्ट अप और खिलौने से संबंधित विशेषज्ञ और पेशेवर भाग ले सकते हैं। इसके विजेताओं को अपने कान्सेप्ट को नेशनल टॉय फेयर में दिखाने का भी मौका मिलेगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।