गाजियाबाद। रिलायबल इन्स्टीटयूट् आफ मैनेजमेंट एंड टैक्नोलोजी में श्री कृष्ण जन्मष्टमी महोत्सव के उपलक्ष में कल्पवृक्ष व रूद्राक्ष वृक्ष को रोपण किया गया। इस अवसर पर संस्थान के चैयरमैन एससी गोयल, रिलायबल इन्स्टीटयूट् के अध्यक्ष सीए जितेन्द्र गोयल, रिलायबल सोसाइटी के अध्यक्ष सीए अनुज गोयल, रिलायबल संस्थान की निदेशिका पूनम गोयल व संस्थान के सभी संकायों के संकायाध्यक्ष, फैक्ल्टी मैम्बर्स तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारी इस अवसर पर मौजूद रहे। इस अवसर पर विशेष अतिथि इन्द्रमणी अग्रवाल ने कल्प वृक्ष व रूद्राक्ष वृक्ष की विशेषताओं पर प्रकाश डाला, संस्थान के अध्यक्ष सीए जितेन्द्र गोयल ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि इस कल्पवृक्ष के नीचे बैठकर जो भी मनोकामना की जाये वह पूर्ण होती है क्योंकि इस वृक्ष में सकारात्मक ऊर्जा हमेशा विद्यमान रहती है। सोसायटी के अध्यक्ष सीए अनुज गोयल ने बताया कि पुराणो के अनुसार समुद्र मंथन के 14 रत्नों में से एक कल्प वृक्ष की भी उत्पत्ती हुई थी। समुन्द्र मन्थन से प्राप्त यह वृक्ष देव राज इन्द्र को दिया गया था और इन्द्र ने इसकी स्थापना सुरक्षा का वन हिमालय के उत्तर में कर दी थी। इस अवसर पर निदेशिका पूनम गोयल ने इस कल्पवृक्ष से जुडेÞ रहस्यों को बताया। उन्होंने बताया कि इस वृक्ष की पत्तियों की औषधियों के रूप में किया जाता है। इस वृक्ष का फल नारियल की तरह होता है व स्वरूप बरगद के पेड़ के समान विशाल होता है। सभी ने कल्पवृक्ष में पानी डाला एव इसके देखरेख भी की जिम्मेदारी ली। इस अवसर पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की सभी ने एक दूसरे को बधाई दी।