जिद और संगीत के प्रति जुनून ने निमय को 15 साल की उम्र में दिला दी सफलता

गाजियाबाद। कहते हैं प्रयास किये जाएं तो सफलता अवश्य मिलती है। तभी तो एक शायर ने भी क्या खूब लिखा है कि एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो, कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता है। जी हां ऐसा ही कुछ कर दिखाया है 15 साल के निमय ने। निमय ने मात्र 5 साल की उम्र में ही जिद पकड़ी की एक दिन प्रसिद्ध सिंगर यानी गायक बनेगा। उसकी यह जिद या कह सकते हैं संगीत के प्रति अटूट प्रेम ने ही उसे किशोर अवस्था में पहुंचते ही एक अलग मुकाम हासिल करा दिया। निमय को वैसे तो शुरूआती दौर में संघर्ष और चुनौतियों से जूझना पड़ा लेकिन निमय ने हार नहीं मानी। गिटार की तारों पर उंगलियां चलाते हुए उसने अपनी आवाज को भी बखूबी तराशने का काम किया। जाने-माने संगीतकार अनुराग दीक्षित के सानिध्य एवं मार्गदर्शन में मात्र14 साल की उम्र में उसका पहला गाना ओ माई गौड़ रिलीज हुआ। यह गाना यू-टयूब और सोशल मीडिया पर इतना हिट हुआ कि श्रोताओं के दिलों की गहराई तक छू गया और इंडी-पॉप म्यूजिÞक सीन में उसके सफर की शुरूआत बन गया। इसके बाद निमय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी मंजिल की ओर बढ़ते हुए दो और हिट गाने रिकार्ड करने के बाद उन्हें रिलीज किया गया। उसका लेटेस्ट ट्रैक निमय इन दा न्यूज भी शामिल है, जो तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। निमय संगीत के साथ-साथ बैडमिंटन खेलने का भी शौक रखते हैं। यानी खेल और संगीम निमय के रौम-रौम में बसे हुए हैं। निमय का संगीत आज की युवा पीढ़ी की आवाज बन रहा है। निमय ने हिन्ट रेडियो पर अपने बारे में विस्तार से बताया। उनसे की गई बातों के साक्षात्कार को हिन्ट रेडियो पर प्रसारण भी किया गया। हिन्ट मीडिया से बात करते हुए निमय ने बताया कि वह फिलहाल वह अपने अगले गानों पर फोकस करते हुए काम कर रहा है।