- छात्र अपने आपको पहचानें और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें: पंत
गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस में एमसीए पाठ्यक्रम के 25 वें बैच के (सत्र 2021-2023 ) नवप्रवेशी छात्रों के लिए एक सप्ताह के ओरिएंटेशन प्रोग्राम का भव्य उद्घाटन एवं शुभारम्भ हुआ। इस एक सप्ताह के ओरिएंटेशन प्रोग्राम अभिविन्यास-2021 का औपचारिक रूप से उद्घाटन आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा, इग्नू के पूर्व प्रति कुलपति एवं प्लेनेट एजुकेशन के संस्थापक चेयरमैन प्रो. एमएम पंत, एनआईटीटी टैक्नोलॉजीज के सहसंस्थापक अरविन्द ठाकुर, को-फाउंडर लर्निंग इक्वेशन, एलएलपी एंड एक्स लीड रिक्रूटमेंट एंड एचआर माइक्रोसॉफ्ट) डॉ. राजेश मोहन राय तथा संस्था के आईटी विभाग के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) सुनील कुमार पांडेय ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर आईटीएस (स्नातक परिसर) की उपप्रधानाचार्य प्रो. नैन्सी शर्मा भी उपस्थित थीं।
अर्पित चड्ढा ने अपने सम्बोधन में नवप्रवेशी छात्र- छात्राओं से उनके भविष्य के सपनों के बारे में पूछा और सपनों को पूरा करने हेतु लक्ष्य निर्धारित करने और उसे निरंतर प्रयास से प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए स्वयं पर विश्वास के साथ केंद्रित प्रयास पर बल देते हुए कहा कि हमें अन्य अनावश्यक बातों से दिग्भ्रमित हुए बिना सतत आगे बढ़ने की आवश्यकता है जिससे सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हो सके।
प्रोफेसर सुनील कुमार पांडेय ने छात्र- छात्राओं को अपने आप पर भरोसा रखकर वर्तमान में बदलते परिवेश और उससे उभरी चुनौतियों का सामना करते हुए भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रो. एम एम पंत ने अपने अनुभव साझा करते हुए छात्रों से कहा कि वो अपने आप को पहचाने और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें, उन्होंने कहा कि आज के समय में प्रोएक्टिव एप्रोच के साथ स्मार्ट तरीके से मेहनत करते हुए अपना, परिवार का, समाज का और देश का नाम रोशन करें।
अरविन्द ठाकुर ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चल रहे शोध एवं विकास तथा नित नए अनुप्रयोगों पर चर्चा करते हुए कहा की छात्रों को संस्था में उपलब्ध संसाधनों, सुविधाओं तथा अध्ययन के साथ-साथ बहुमुखी विकास के लिए आयोजित किये जाने वाले क्रिया कलापों में आगे बढ़कर भाग लेना चाहिए।
डॉ. राजेश मोहन राय ने छात्रों से अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने नेल्सन मंडेला, विराट कोहली इत्यादि के उदाहरण देते हुए कहा कि आत्मविश्वास, निरंतर प्रयास, स्वअभिप्रेरण, भाषा शैली, अभिव्यक्ति एवं भावनाओं पर नियंत्रण से जीवन में सफलता प्राप्त करें।
सत्र का संचालन प्रोफेसर पूजा धर ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नवप्रवेशी विद्यार्थी, उनके अभिभावक, संस्था के संकाय सदस्य एवं छात्र उपस्थित रहे। इसके पश्चात नवप्रवेशी छात्रों से संस्था के संकाय सदस्यों से परिचय भी कराया गया।