लेटेस्टस्वास्थ्य

सीएमओ कार्यालय में हुआ आशा संगिनी का एक दिवसीय प्रशिक्षण

  • आशा कार्यकर्ता पोर्टल के जरिए आवंटित करा पाएंगी परिवार नियोजन के अस्थायी साधन
    गाजियाबाद। परिवार नियोजन कार्यक्रम से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों की मांग अब आनलाइन करनी होगी। इसके लिए उन्हें पोर्टल पर जाकर सामान्य के लिए आवेदन करना होगा और संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी पोर्टल के जरिए ही उन्हें सामान आवंटित करेगा। इतना ही नहीं लाभार्थियों को वितरित करने के बाद आशा को खुद ही उसके स्टॉक को पोर्टल से खारिज करना होगा। इस तरह परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का पूरा ब्यौरा अब आनलाइन होगा। हापुड़ के परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डा. प्रवीण शर्मा ने बताया कि नई व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी और शासन से जो भी सामान आवंटित होगा, उसके लाभार्थियों तक पहुंचने की गारंटी बढ़ भी जाएगी। जाहिर तौर पर नई व्यवस्था में परिवार नियोजन कार्यक्रम पहले से अधिक कारगर साबित हो सकेगा।
    डा. प्रवीण शर्मा ने बताया कि सीएमओ कार्यालय सभागार में जनपद की आशा संगिनियों को परिवार नियोजन- लॉजिस्टिक प्रबंधन सूचना प्रणाली (एफपीएलएमआईएस) का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। अब आशा संगिनी अपने अधीन काम करने वाले आशाओं को प्रशिक्षित करेंगी। एसीएमओ ने बताया कि अन्य कार्यक्रमों की ही तरह परिवार नियोजन से संबंधित लॉजिस्टिक का आवंटन पोर्टल के जरिए करने के पीछे सरकार की मंशा लाभार्थियों तक अधिकतम लाभ पहुंचाने और परिवार नियोजन कार्यक्रम को अधिक कारगर बनाने की है।
    दूसरे दिन भी दो पुरुषों ने ली नसबंदी सेवा
    डा. प्रवीण शर्मा ने बताया कि 22 नवंबर से शुरू हुए पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दूसरे दिन मंगलवार को भी दो पुरुषों ने नसबंदी सेवा ली। एक नसबंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हापुड़ में और दूसरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलाना में हुई। सोमवार को भी हापुड़ सीएचसी में दो पुरुष नसबंदी हुई थीं। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि सोमवार को जनपद में 11 महिलाओं ने नसबंदी के रूप में परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाया। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ बृजभान ने बताया कि पखवाड़ा के दूसरे दिन मंगलवार को दो पुरुष नसबंदी के अलावा 15 महिला नसबंदी हुईं। इसके अलावा 18 महिलाओं ने आईयूसीडी और 11 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी लगवाई और परिवार नियोजन के अस्थाई के रूप में 11 महिलाओं ने अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन अपनाया। उन्होंने बताया सोमवार को 21 महिलाओं ने आईयूसीडी और 9 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी के अलावा 13 महिलाओं ने अंतरा लगवाया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button