- ओबीसी और दलितों के आरक्षण के विरोध में रहा है गांधी परिवार
- ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने कहा राहुल गांधी और कांग्रेस को सिखाया जाएगा सबक
- ओबीसी मोर्चा प्रदेशभर में मंडल और जिला स्तर पर करेगी विरोध प्रदर्शन
गाजियाबाद। अमेरिका में राहुल गांधी द्वारा दिए गए आरक्षण विरोधी बयान को लेकर ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने राहुल गांधी व कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां प्रेसवार्ता में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप ने कहा है कि नेहरू जब प्रधानमंत्री थे, तो उन्होंने आरक्षण का विरोध किया था और इतना ही नहीं नेहरू ने ये भी कहा था कि आरक्षण वाले नौकरी पा जाएंगे तो सरकारी सेवा की क्वालिटी खराब हो जाएगी। नेहरू ने ओबीसी आरक्षण के लिए गठित काका कालेलकर कमीशन की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। जब इंदिरा गांधी आई, तो उन्होंने भी ओबीसी आरक्षण पर रोक लगाकर रखी। जब देश ने उनको सजा दी, जनता पार्टी की सरकार बनी, तब मंडल आयोग बना। लेकिन फिर कांग्रेस आ गई और मंडल कमीशन की रिपोर्ट ठंडे बस्ते में डाल दी गई।
इसके बाद राजीव गांधी ने भी अपनी सरकार में ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलने दिया। ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आजादी के बाद से ओबीसी और दलित आरक्षण के विरोध में रही है। नरेंद्र कश्यप ने कहा कि इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि जब नेहरू सरकार ने रिपोर्ट तैयार की तो उसमें आरक्षण की नीति को दबाने का काम किया गया, जो गलत था। इसके साथ ही जब इंदिरा गांधी आई तो उन्होंने भी आरक्षण विरोधी नीतियों का ही समर्थन किया और राहुल गांधी ने भी इसको लेकर कोई सकारात्मक सोच नहीं दिखाई थी। अमेरिका में जिस तरीके से राहुल गांधी ने इंटरव्यू में बातचीत के दौरान छात्र-छात्राओं को संदेश देते हुए कहा कि जब उनका समय आएगा यानी राहुल गांधी का इशारा था कि जब उनकी सरकार आएगी तो ओबीसी, दलितों के आरक्षण को खत्म करने का फैसला लेंगे। नरेंद्र कश्यप ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए उनके अमेरिका में दिए गए बयान की निंदा की है। प्रेस वार्ता में महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, पप्पू पहलवान, मनोज यादव, राजेश गुप्ता, विजय धामा, सौरभ जयसवाल मंत्री प्रतिनिधि उपस्थित रहे।