लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कुशीनगर के रामकोला तथा सेवरही में विभिन्न विकास परियोजना का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर परिश्रम, पुरुषार्थ और धर्म के प्रति अपने श्रद्धा भाव के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा कि जनपद कुशीनगर में करोड़ों रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद कुशीनगर किसान बाहुल्य क्षेत्र है। यहां के लोग मेहनती हैं। यहां का किसान नई तकनीक से जुड़कर गन्ने, केले और सब्जी की खेती के माध्यम से समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो गया है। इस हवाई अड्डे के संचालन के सम्बन्ध में सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। जनपद कुशीनगर में स्थापित किए गए अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का शीघ्र उद्घाटन होगा, जिसके उपरान्त यहां से हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनपद कुशीनगर में नया मेडिकल कॉलेज भी स्थापित करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान उत्तर प्रदेश नये भारत का नया उत्तर प्रदेश है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश एक नयी दिशा की ओर बढ़ रहा है। नये भारत का नया उत्तर प्रदेश देश की नम्बर एक अर्थव्यवस्था बनेगा। प्रदेश का नौजवान देश-दुनिया में जहां भी जाएगा, गर्व से कह सकेगा कि वह उत्तर प्रदेश से आया है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर राज्य सरकार प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर रही है। आवास, शौचालय, बिजली, राशन आदि सुविधाएं बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के वंचित वर्गों सहित सभी जरूरतमंदों को मिल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास पर सबका समान अधिकार है। प्रदेश सरकार ने गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान को बिना भेदभाव के विकास कार्यों से जोड़ा है और उन्हें जनहितकारी योजनाओं से लाभान्वित किया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत गरीब कन्याओं का विवाह सम्पन्न कराया गया। कोरोना के संक्रमण से अपने माता-पिता अथवा अभिभावक को खोने से अनाथ हुए बच्चों को राज्य सरकार द्वारा 4 हजार रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जा रही है। कोरोना के अतिरिक्त अन्य बीमारी के कारण माता-पिता अथवा अभिभावक को खोने से अनाथ हुए बच्चों के लिए भी आर्थिक सहायता की व्यवस्था की गयी है। निराश्रित महिलाओं को पेंशन देकर स्वावलम्बन से जोड़ा गया है। वर्तमान कोरोना कालखण्ड में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत गरीबों को नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।