- दस्तक अभियान कल से, आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगी जागरूक
- खानपान का ध्यान रखें, पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें : डा. प्रदीप मित्तल
हापुड़। बदलते मौसम सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में स्वास्थ्य को लेकर अतिरिक्त सावधानी की जरूरत होती है। पिछले दिनों हुई बरसात से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जलभराव होने से मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, जनपद में शासन के निर्देश पर संचारी रोग नियंत्रण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस माह के दौरान मलेरिया विभाग जहां आमजन को मच्छरों से बचाव के लिए प्रेरित कर रहा है वहीं मच्छर का लार्वा नष्ट करने के लिए स्प्रे भी कर रहा है। शुक्रवार से दस्तक अभियान शुरू होगा। अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार पीड़ितों को खोजने के ?साथ ही बचाव के लिए जागरूक भी करेंगी। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार त्यागी ने कहीं।
सीएमओ डा. त्यागी ने कहा – सर्दी, खांसी और बुखार होने की स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें। खुद दवा की दुकान से दवा लेकर उपचार न करें। उपचार और जांच के विषय में चिकित्सकीय परामर्श जरूरी है। दस्तोई रोड स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रदीप मित्तल ने बताया – चिकित्सालय की ओपीडी में बुखार पीड़ितों की संख्या बढ़ी है। मियादी बुखार (टाइफाइड) के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। उन्होंने कहा बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इस मौसम में टाइफाइड अक्सर खराब खाना खाने और गंदा पानी पीने से होता है। थोड़ी सावधानी रखकर इससे बचाव किया जा सकता है। बदलते मौसम में खानपान का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। बाहर कुछ तला – भुना और ठंडा खाने से परहेज करें। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर के आसपास साफ – सफाई रखें और जल जमाव न होने दें।
टाइफाइड के लक्षण :
सिरदर्द होना।
मांसपेशियों में दर्द।
कमजोरी और थकान।
पसीना और बुखार आना।
भूख न लगना, पेट दर्द।
टाइफाइड से बचाव
हल्का और सुपाच्य भोजन करें।
खाना हाइजनिक होना चाहिए।
हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
संक्रमित व्यक्ति से सुरक्षित दूरी पर रहें।
नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें।