गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज के पब्लिक हेल्थ डेन्टिस्ट्री विभाग और इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ एंड एलाईड साइंसेज द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस सफलतापूर्वक मनाया गया। इससे लोगों में स्वास्थ्य के महत्व और व्यस्त जीवन शैली और खाने की आदतों के कारण होने वाली आम बीमारियों के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल दुनिया भर में लोगों कोे चिंतित करने वाले चल रहे स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उपयोग लोगों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में जागरूकता फैलाने के अवसर के रूप में भी किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य चिकित्सा संकाय के प्रति आभार प्रकट करना भी है जो लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सुबह से शाम तक काम करते हंै। 2022 में विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम हमारा ग्रह हमारा स्वास्थ्य है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संस्थान में तथा ग्राम अर्थला, गाजियाबाद में स्वास्थ्य से सम्बंधित शिविर स्थल पर विभिन्न कार्यक्रम मनाये गये। जिसमें मरीजों की स्वेच्छा से दांतों की सफाई, खराब दांतों को निकालना आदि विभिन्न उपचार किये गये, इसी के साथ दांतों में पिट और फिशर सीलेंट लगाने, फ्लोराइड लगाने जैसी निवारक प्रक्रियाएं भी की गयीं। इसके अलावा जो लोग तंबाकू चबाने या धूम्रपान करने की आदत में थे, उनके लिए एक इंटरेक्टिव सत्र और तंबाकू निषेध काउंसलिंग आयोजित की गई। इसके साथ ही ब्रशिंग मॉडल और टूथब्रश की मदद से ब्रश करने की तकनीक का प्रदर्शन किया गया था और रोगियों को बाजार में उपलब्ध अन्य मौखिक स्वच्छता के बारे में भी बताया गया था। अंत में, जो लोग हाइपरटेंशन और डायबिटीज मेलिटस से ग्रसित थे उनका निशुल्क बीपी और ब्लड शुगर की जांच की गई और बेहतर उपचार के लिए आईटीएस डेन्टल कॉलेज में भेजा गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस के आयोजन में आईटीएस इंस्टीट्यूट आॅफ हेल्थ एंड एलाईड साइंसेज ने भी उत्सव को शिक्षाप्रद बनाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। प्रख्यात चिकित्सक डा. आशु भसीन द्वारा एक सूचनात्मक व्याख्यान छात्रों को दिया गया। डा. आशु भसीन एम्स, नई दिल्ली के न्यूरोलॉजी विभाग के हेल्थकेयर सेंटर में सलाहकार के रूप में नियुक्त हैं। उन्होनें मास्टर्स डिग्री न्यूरोलॉजी में प्राप्त की है और वे पीएचडी विद्वान हैं।
उन्होंने आईटीएस इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ एंड एलाईड साईसेज के छात्रों के साथ स्ट्रोम में मस्तिष्क उत्तेजना पर अपना ज्ञान साझा किया। व्याख्यान के बाद एक दिलचस्प प्रश्न- उत्तर दौर हुआ, जिसमें छात्रों ने डॉ. आशु भसीन द्वारा अपनी शंकाओं का समाधान किया।
बीपीटी प्रथम वर्ष ओर द्वितीय वर्ष के छात्रों ने युवाओं में मोटापे के खतरनाक प्रभावों ओर मानसिक अवसाद के बढ़ते लक्षणों के बारे में सामान्य आबादी को शिक्षित करने के लिए एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे समाज द्वारा मानसिक अवसाद की लापरवाही पीड़ित को आत्मघाती विचारों और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की ओर ले जाती है।
चौथे वर्ष के छात्रों ने सामाजिक कार्य की दिशा में काम करने की पहल की और दुहाई में एक वृद्धाश्रम का दौरा किया, जहां उन्होंने वृद्ध रोगियों को मुुफ्त में परामर्श और उपचार प्रदान किया। उन्होंने मरियम नगर स्थित शारीरिक रूप से विकलांग छात्रों के केंद्र जीवन धारा का भी दौरा किया।
इस अवसर पर संस्थान के सभी विद्यार्थियों के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित विषय हमारा ग्रह-हमारा स्वास्थ्य पर एक ई-पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें बीडीएस, एमडीएस एवं फिजियोथेरेपी के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। अंत में विजेताओं को प्रमाण-पत्र के साथ सम्मानित किया गया।
इस सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डा. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।