दिल्ली। एमआरजी स्कूल ने अपना 11वें स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। यह कार्यक्रम स्पार्क सेंटर, एमआरजी स्कूल में आयोजित किया गया था और संस्थान की अच्छे से महान तक की उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया गया। इस विशेष अवसर पर संस्थापक, लेफ्टिनेंट मांगे राम गोयल को श्रद्धांजलि दी गई, जिनके दूरदर्शी सिद्धांत एमआरजी समुदाय को प्रेरित करते हैं। संस्थापक दिवस समारोह ने युवा दिमागों को आकार देने और बढ़ावा देने में एमआरजी स्कूल की उपलब्धियों और सफलता को प्रदर्शित किया। समग्र विकास कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई, इसके बाद लेफ्टिनेंट मांगे राम गोयल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने एमआरजी स्कूल परिवार के लिए एक संरक्षक, मार्गदर्शक और पितातुल्य के रूप में कार्य किया। सम्मानित मुख्य अतिथि, डॉ. हनीफ कुरेशी, आईपीएस संयुक्त सचिव (आॅटोमोबाइल डिवीजन) भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने ज्ञान को साझा किया और दर्शकों को अपनी अंतर्दृष्टि से प्रेरित किया। कार्यकारी अध्यक्ष, मेजर जनरल दिलावर ने राष्ट्र प्रथम चरित्र अवश्य होना चाहिए” का नारा साझा किया। एमआरजी स्कूल की प्रिंसिपल अंशू मित्तल ने कहा कि आज, जैसा कि हमने अपना 11वां संस्थापक दिवस मनाते हुए लेफ्टिनेंट मांगे राम गोयल को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी अटूट दृष्टि और सिद्धांत से एमआरजी स्कूल की सफलता की नींव स्थापित की गई। इस अवसर ने हमें ‘अच्छे से महान’ तक की अपनी यात्रा पर विचार करने और अपने कर्मचारियों, छात्रों और अभिभावकों के समर्पण को स्वीकार करने का मौका दिया। हमें एमआरजी स्कूल की उपलब्धियों पर बेहद गर्व है, और हम प्रतिबद्ध हैं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए जो युवा दिमाग को जीवन के सभी पहलुओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाती है। कार्यक्रम में विविध प्रदर्शन और गतिविधियां शामिल थीं, जिसमें एक मंगलाचरण नृत्य, उच्च उपलब्धि हासिल करने वालों का छात्रों, व्यवस्थापक कर्मचारी, और सहायक कर्मचारी का अभिनंदन शामिल था। एमआरजी इको वॉरियर्स को प्रतिष्ठित उत्थान पुरस्कार और बिट्स वॉल्यूम का अनावरण किया गया। उपस्थित लोगों को एमआरजी स्कूल के छात्रों द्वारा एक मनमोहक गायन और मंत्रमुग्ध कर देने वाली लयबद्ध योग प्रस्तुति भी दी गई।