लखनऊ। मुख्य सचिव एवं डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष दुर्गा शंकर मिश्र ने डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में डिजिटल हेल्थ: रिमेजनिंग हेल्थकेयर फॉर 21 सेंचुरी विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान एवं आईआईटी कानपुर के मध्य डिजिटल स्वास्थ्य मंच के पहल को बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू साइन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्म भूषण डा. देवी शेट्टी के विचारों को सुना। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हेल्थ केयर सेक्टर डिजिटाइजेशन की ओर अग्रसर है। पद्मभूषण डा. देवी शेट्टी सीनियर डॉक्टर होने के बाद इंटरप्रेन्योर भी हैं, वह आम जनमानस की जिंदगी के बारे में सोचते हैं। तत्पश्चात अपने संबोधन में पद्मभूषण डा. देवी शेट्टी ने कहा कि आज हेल्थ सेक्टर में डिजिटाइजेशन बहुत जरूरी है। इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड से स्वास्थ्य सेवा सुरक्षित, सुलभ और सस्ती हो जाएगी। दुनिया के लगभग 80 प्रतिशत अस्पतालों में इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हैं। हमारा प्रयास है कि सबसे स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड हो। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वह डिजिटल उपकरण सस्ते दर पर विकसित करें, जिससे आम नागरिकों का जीवन भी आसान हो सके। उन्होंने कहा कि अपने सपने के पीछे भागो और दिल से काम लो। अपने जीवन का अनुभव बताते हुए कहा कि ज्यादातर मेरे जीवन की अच्छी चीजे दूसरे या तीसरे प्रयास में मिली। इसलिए कभी हार नहीं मानना चाहिए। अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लगातार निष्ठा के साथ परिश्रम करते रहें। बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें पहले प्रयास में सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि जिस दुनिया में आप एक युवा छात्र के रूप में आईआईटी में शामिल हुए, वह उस दुनिया से नाटकीय रूप से अलग है, जिसमें अब आप कदम रखने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिग्री को अधिक महत्व न दे। हमें अपने कार्य के प्रति निष्ठा और जुनून होना चाहिए। हमें खुद को खोजना चाहिए, जिससे लक्ष्य की प्राप्ति में आसानी हो। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आलोक कुमार, संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद, डीन प्रो. नुजहत हुसैन, सब डीन डॉक्टर रितु करौली समेत अन्य प्रोफेसर, वरिष्ठ चिकित्सक एवं मेडिकल छात्र-छात्रायें आदि मौजूद रहे।