गाजियाबाद। दिल्ली एनसीआर स्थित काइट ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, गाजियाबाद में काइट एवं नेशनल चुंग चेंग विश्वविद्यालय ताइवान के मध्य एक दिवसीय कार्यशाला के दौरानMoU-AI पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किये गए। कार्यशाला का प्रारम्भ डा. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक-काइट) द्वारा ताइवान से आये अतिथियों को फूलों का गुलदस्ता भेंटकर किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला में डा. चिन टी सेंग वांग (निदेशक-साइंस एन्ड टेक्नोलॉजी, टीईसीसी) एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय-ताइवान, मिस एलिवे चिआंग (सहायक निदेशक-साइंस एन्ड टेक्नोलॉजी, टीईसीसी) आदि काइट में उपस्थित रहे। कार्यशाला में नेशनल चुंग चेंग यूनिवर्सिटी (सीसीयू) से प्रोफेसर एवं निदेशक डॉ. पाओ-एन हियुंग, डा. जैक एसएम हुआंग, डा. शिन-युआन हंग आदि ने आनलाइन माध्यम से भाग लिया।
कार्यशाला में काइट, भारत और एनसीसीयू, ताइवान से तीन वक्ताओं को आमंत्रित किया गया। पहले वक्ता डा. मिंग-हंग वांग, सहायक प्रोफेसर सीएसआईई, सीसीयू, ताइवान थे। प्रोफेसर मिंग-हंग वांग ने सामाजिक गतिविधियों का उपयोग करके आॅनलाइन सॉक कठपुतलियों को पहचानना विषय पर जोर दिया। दूसरे वक्ता एसोसिएट प्रोफेसर वेई-मिन लियू ताइवान ने स्वचालित ऊतक विभाजन: कोलोनोस्कोपी में पॉलीप्स से सीटी स्कैन में पेट के अंगों तक विषय पर चर्चा की। तीसरे वक्त के रूप में हर्ष खट्टर, सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान विभाग, काइट गाजियाबाद, भारत द्वारा वेब ब्लॉग खोज तकनीक विषय पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर डा. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक-काइट) ने काइट की अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। डा. प्रदीप सिंह-विभागाध्यक्ष बीटेक(सीएस) ने MoU के बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका उद्देश्य भारत और ताइवान के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित रिसर्च को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस प्रकार के टङ्मव की वजह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी रूप से सुधार होगा। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से ये … छात्रों, अध्यापकों एवं संस्था के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
कार्यशाला के दौरान काइट संस्थान की ओर से डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक-काइट), डीन आईईसी डा. केएलए खान, डा. आदेश पांडे विभागाध्यक्ष बीटेक (आईटी), डा. प्रदीप कुमार विभागाध्यक्ष बीटेक(सीएस), डा. कल्पना सागर सहित अन्य प्रमुख एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे। डा. कल्पना सागर, सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान विभाग, केआईईटी द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।