- कश्मीरी मुस्लिमों को कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन का जिम्मेदार ठहराने का हो रहा दुष्प्रचार
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को एक बार फिर नजर बंद कर दिया है। महबूबा मुफ्ती ने इस नजरबंदी पर ऐतराज व्यक्त करते हुए कहा कि वे शोपियां में उस कश्मीर हिंदू परिवार के पास अपनी सांत्वना व्यक्त करने जाना चाहती थीं, जिस पर बीते सप्ताह हमला हुआ था। भारत सरकार जानबूझकर मुख्यधारा से जुड़े कश्मीरियों और कश्मीरी मुस्लिमों को कश्मीरी हिंदुओं के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराने का दुष्प्रचार अभियान चलाए हुए है। केंद्र सरकार यह नहीं चाहती कि उसके इस दुष्प्रचार की पोल खुले।
बता दें कि महबूबा मुफ्ती जिस कश्मीरी पंडित परिवार से मिलने के लिए शोपियां जा रही थीं वह आतंकी हमले में घायल हुए दवा विक्रेता बाल कृष्ण उर्फ सोनू का है। गत 4 अप्रैल को शाम 7.45 बजे शोपियां के चोटीगाम हरमेन इलाके में आतंकवादियों ने बाल कृष्ण पर उस समय गोलियां बरसाई जब वह अपने घर के बाहर खड़े हुए थे। एक के बाद एक आतंकवादियों ने उस पर तीन गोलियां चलाई और फिर वहां से फरार हो गए। आतंकवादियों को लगा कि इतनी गोलियां लगने के बाद बाल कृष्ण मर गया होगा परंतु अभी उसकी सांसे चल रही थी। स्थानीय लोगों की मदद से उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और अब उसकी हालत बेहतर बताई जा रही है। गोलियां उसकी टांग और बाजू में लगी थीं।