- कैंसर को हराने के लिए सकारात्मक सोच जरूरी: डॉ धीरज भार्गव
गाजियाबाद। इंदिरापुरम गुरुद्वारे में कैंसर रोग की जांच के लिए मैमोग्राफी जांच शिविर लगाया गया। मैक्स अस्पताल वैशाली ने आरएचएएम फाउंडेशन व रोटरी क्लब इंदिरापुरम गैलोर व रोटरी क्लब कौशांबी के सहयोग से शिविर लगाया। शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे शिविर की शुरूआत हुई और दोपहर डेढ़ बजे तक करीब 23 मरीजों ने अपनी मैमोग्राफी जांच कराई। आरएचएएम फाउंडेशन व रोटरी क्लब ने कैंसर रोगियों के हित में कैंसर के खिलाफ जंग में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सर्वप्रथम मैक्स अस्पताल की डॉक्टर नीति और मैमोग्राफी इंचार्ज पूजा ने मैमोग्राफी की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैमोग्राफी एक ऐसा एक्स रे होता है जो स्तन की जांच के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल स्तन कैंसर की पता लगाने के लिए किया जाता है। रोटरी क्लब आॅफ इंदिरापुरम गैलोर के प्रेसिडेंट प्रतीक भार्गव और रोटरी क्लब आॅफ कौशांबी की प्रेसिडेंट डॉ प्रीति नंदी ने कहा कि कैंसर रोगियों के हित के लिए मैमोग्राफी जांच शिविर लगाया गया है। इससे पहले भी आरएचएएम फाउंडेशन व रोटरी क्लब ने कई बार कैंसर रोगियों की जांच के लिए ऐसे शिविर लगाए हैं। रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन (आरएचएएम फाउंडेशन) के फाउंउर डॉ धीरज भार्गव ने कहा कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है और एक सकारात्मक सोच से इसे हराया जा सकता है। इस बीमारी में मरीज को नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैमोग्राफी के दौरान एक सपाट एक्स रे प्लेट पर दोनों स्तनों को सटाया जाता है। कई बार डिजिटल मैमोग्राफी भी की जाती है। यह एक्स रे इमेज को स्तन की इलेक्ट्रॉनिक पिक्चर्स में भेजती है। डॉ भार्गव ने कहा कि मैमोग्राफी एक ऐसा महत्वपूर्ण टेस्ट है जिसमें नियमित चिकित्सकीय जांचों और स्तन की स्वयं जांच के साथ-साथ स्तन कैंसर का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है। मैमोग्राफी इमेज से मरीज के स्तन में जमा कैल्शियम या गांठ का पता लगाने में मदद मिलती है। टेस्ट से यह पता चलता है कि स्तनों में कोई सिस्टम या कैंसर कारक या गैर कैंसरकारक गांठ तो नहीं है। इस मौके पर रोटरी क्लब आॅफ इंदिरापुरम गैलोर से रो अपूर्व राज, रोटरी क्लब आॅफ कौशांबी से डीपी गोयल व सुनीता मेहता, इंदिरापुरम गुरुद्वारे के प्रधान गुरप्रीत उर्फ रम्मी, शमशेर आदि मौजूद रहे।