- विशेष अभियान के चलते नियमित टीकाकरण 8, 11 और 15 सितंबर को स्थगित रहेगा
- बुखार और टीबी पीड़ितों के साथ नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चे किए जाएंगे चिन्हित
गाजियाबाद। कोविड की संभावित तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर शासन ने दस दिवसीय विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा है। सात सितंबर से शुरू होने वाले इस विशेष अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर बुखार, कोविड के लक्षण और टीबी के लक्षण वाले व्यक्तियों के साथ ही नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले ऐसे लोगों की सूची तैयार करेंगी जिन्होंने अभी तक कोविड की पहली डोज भी नहीं लगवाई है। इस अभियान को पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर माइक्रोप्लान तैयार कर अंजाम दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बताया -विशेष अभियान की तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का अच्छे से पालन करें। बिना मॉस्क लगाए घर से न निकलें और साथ ही दो गज की दूरी का भी पालन करते रहें।
सीएमओ ने बताया कि बुधवार को अभियान के लिए मास्टर ट्रेनरों को आॅनलाइन ट्रेनिंग प्रदान की गई है। मास्टर ट्रेनर बृहस्पतिवार को समस्य पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। पर्यवेक्षक तीन और चार सितंबर को अपनी टीम के सदस्यों को छोटे-छोटे समूह बनाकर प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने बताया – विशेष अभियान के चलते 8, 11 और 15 सितंबर को होने वाला नियमित टीकाकरण स्थगित रहेगा। इस संबंध में जिलाधिकारी 3 सितंबर को जिला टास्क फोर्स की बैठक लेंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास, एकीकृत बाल विकास योजना, सिविल डिफेंस, एनसीसी, एनएसएस, नगर निकाय, वन विभाग, कृषि विभाग, जनपद के प्रमुख एनजीओ, डब्लूएचओ और यूनीसेफ के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, डब्लूएचओ और यूनीसेफ के सहयोग से माइक्रोप्लान तैयार किया जाएगा। पल्स पोलियो के एक दिवस का कार्य दो दिवसों में विभाजित कर इस विशेष कोविड अभियान को चलाया जाएगा।
सर्वे के लिए घर-घर जाने वाली दो सदस्यीय टीम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को आवश्यक रूप से शामिल किया जाएगा। टीमें एक नियत फार्म पर सर्वे में पूछे गए सवालों का जबाब भरेंगी और साथ में नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों व कोविड टीकाकरण से छूटे 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की सूची तैयार करेंगी। सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक घर-घर सर्वे होगा और सर्वे किए गए घर के बाहर दिनांक के साथ स्टीकर लगाया जाएगा। लक्षण पाए जाने पर रैपिड रेस्पांस टीम तत्काल मौके पर पहुंचेगी और आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराएगी।