वैसे तो दीपावली के आसपास यानी कुछ दिन पहले से लेकर कुछ दिन बाद तक देश की राजधानी दिल्ली और उसके निकट के अन्य क्षेत्रों में वायु में प्रदूषण अपेक्षाकृत अधिक रहता ही है। लेकिन इस बार दीपावली के इस पावन पर्व पर वायु प्रदूषण इन सभी क्षेत्रों में पहले से कुछ अधिक बना हुआ है और खासतौर पर देश की राजधानी दिल्ली से निकल रहा राजनीतिक प्रदूषण इस साल की दिवाली को ना केवल एनसीआर बल्कि पूरे देश में ही ऐसा प्रदूषित किए हुए है कि जिसमें धार्मिक उन्माद और जातीय भेदभाव का ऐसा जहर घुलता नजर आ रहा है जो पूरे देश को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है। अभी हाल ही में कुछ समय पहले ही देश में हुए लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिकता और जातिवाद का जो जहर राजनेताओं ने समूचे देश की फिजा में घोला उससे निसंदेह देश का आपसी सौहार्द, प्रेम, स्नेह, बुरी तरह से प्रभावित हुआ। इसके बाद हरियाणा के विधानसभा चुनावों में भी जातिगत मतभेदों का जो जहर राजनेताओं ने उगला उससे पूरा प्रदेश एक जाति और अन्य जातियों के बीच विभाजित हुआ नजर आया। और अब महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के नौ सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर राजनेताओं की जो भाषा सुनने को मिल रही है उससे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि देश पहले से ही जिन राजनीतिक दुर्भावनाओं का शिकार होकर घायल हुआ है वो जख्म इन दो चुनावों के बाद और गहरा जाएंगे यह अभी से दिखाई दे रहा है। अब हम दीपावली के इस पावन पर्व पर पहले से ही वायु प्रदूषण से प्रभावित स्थितियों में कोई राहत ना पहुंचा पाएं तो भी हमें अपना इतना योगदान तो देना चाहिए कि इस बार दीपावली पर हम इस वायु प्रदूषण को और अधिक प्रदूषित ना करें। इसी के साथ हम इस पावन पर्व पर यह आशा और कल्पना करने के साथ-साथ ईश्वर से यह प्रार्थना भी करें कि वो हमारे इन राजनेताओं को ज्ञान प्रकाश के इस पर्व पर इतनी सदबुद्धि तो दे कि वो दीपावली के इस पर्व पर देश पर इतना रहम करे कि वो अपनी बयानों और मंचों से बोली जा रही अपनी भाषाओं में ऐसा कोई जहर ना घोलें जिससे देश में धार्मिक उन्माद और अधिक फैले और जातीय सौहार्द और अधिक प्रभावित ना हो। इसी आशा के साथ हम सब मिलकरअपने घरों और संस्थानों पर दीपमाला करते हुए एक दीपक राष्ट्र के नाम भी जलाएं इस संकल्प के साथ कि हम इन राजनेताओं के उन प्रयासों के साथ क्षणभर भी खड़े ना हों जो देश का धार्मिक और जातीय सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। आओ हम सब मिलकर इस बार दीपावली पर एक नई आशा के कुछ दीप जलाएं। इसी कामना के साथ आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
कमल सेखरी