- लखनऊ के विकास और लखनऊ के माध्यम से प्रदेश को एक पहचान दिलाई
- अटल बिहारी वाजपेयी के अनन्य सहयोगी थे लालजी टंडन
- टंडन ने पार्षद से लेकर राज्यपाल के पद तक 5 दशक से भी अधिक समय की अपनी यात्रा की
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार व मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री स्व. लालजी टंडन की पुण्यतिथि पर हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लालजी टंडन लखनऊ की एक पहचान थे। लखनऊ के विकास और लखनऊ के माध्यम से प्रदेश को एक पहचान दिलाने के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित किया था। वह सभी राजनीतिक दलों के प्रिय थे। अपनी सहज, सरल एवं संवेदनशील दृष्टि के कारण उन्होंने सभी को अपने साथ जोड़ा था। टंडन जी ने प्रदेश के कई मुख्यमंत्रियों के साथ कार्य किया। उन्होंने प्रदेश शासन के कई विभागों का नेतृत्व किया। टंडन जी अटल बिहारी वाजपेयी जी के अनन्य सहयोगी थे। अटल जी के सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने प्रयास किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लालजी टंडन की स्मृतियां हर उम्र के लोगों के साथ आज भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने अपनी स्मृतियों को अनकहा लखनऊ पुस्तक के माध्यम से समाज को देने का प्रयास किया था। टंडन जी ने पार्षद से लेकर राज्यपाल के पद तक 5 दशक से भी अधिक समय की अपनी यात्रा को कुशलतापूर्वक पूर्ण किया था। उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनकी स्मृतियों को जीवन्त बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार तथा नगर निगम द्वारा उनकी पहली पुण्यतिथि पर इस भव्य प्रतिमा की स्थापना की गयी थी।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक आशुतोष टंडन, पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।