लखनऊ। केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा जेल से बाहर आ गया है। लखीमपुर के तिकुनिया में किसानों को कुचलने के मामले में जेल में बंद आशीष मिश्रा को गत दिवस कोर्ट ने जमानत दे दी थी। 128 दिन तक जेल में रहने वाले आशीष मिश्रा को शहर से बाहर जाने पर भी कोई पाबंदी नहीं होगी। उधर, आशीष मिश्रा की जेल से रिहाई होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आशीष मिश्रा की जमानत को लेकर सु्रपीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। इस मामले में कई किसान भी जेल में बंद हैं। आशीष मिश्रा की जेल से रिहाई होने से पहले हाईकोर्ट से आदेश आने के बाद सोमवार को जिला जज की कोर्ट में जमानतनामे दाखिल किए गए थे। जिला जज मुकेश मिश्रा ने दो जमानतदारों और उनके द्वारा जमानत में लगाई गई सम्पत्ति का सत्यापन कराने के लिये संबंधित थानाध्यक्ष और तहसीलदार को आदेश दिया था। सभी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद आशीष मिश्रा मीडिया को चकमा को देकर जेल के दूसरे गेट से निकल गया। लखीमपुर में पत्रकारों से बातचीत में टिकैत ने कहा कि किसानों को गाड़ी से कुचलने वाले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को सिर्फ तीन महीने में ही जमानत मिल गई। उन्होंने कहा कि तिकुनया हिंसा मामले में केंद्र सरकार ने गृह राज्यमंत्री को उनके पद से भी नहीं हटाया और न ही इस मामले में उनसे पूछताछ हुई। किसान चुप नहीं बैठेगा।