तीन गुणा गृहकर वृद्धि पर तुरंत रोक लगाने की मांग को लेकर कोरवा यूपी ने सीएम के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन

गाजियाबाद । बुधवार को कोरवा-यूपी के प्रतिनिधि मंडल ने गाजियाबाद नगर निगम द्वारा बढ़ाए गए ग्रहकर के विरोध में सूबे के मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला मुख्यालय पर अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने नगर निगम द्वारा नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए गृहकर वृद्धि वापस लेने की मांग की।
बुधवार को एडीएम फाइनेंस सौरभ भट्ट को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए कोरवा-यूपी के मुख्य संरक्षक कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मजबूत आर्थिक स्थिति होने के बाद भी नागरिकों पर सबसे अधिक गृह कर का भार डाला गया है। गृहकर वृद्धि में न ही कारपेट एरिया को और न ही पुराने भवनों को रियायत दी गई है। कोरवा-यूपी के मुख्य सलाहकार डॉ. आर के आर्या और महासचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने कहा कि गृहकर को एक बार में दो गुना से ज्यादा नहीं बढ़ाया जा सकता लेकिन गाजियाबाद नगर निगम ने नियमों को ताक पर रखकर ऐसा किया है। प्रतिनिधि मंडल में शामिल ऋचा सूद, नेम पाल चौधरी, महेश शर्मा, गौरव बंसल ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर नगर निगम द्वारा बढ़ाए गए गृह कर को स्वीकार नहीं किया जायेगा। यदि हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम गाजियाबाद के लोगों से गृह कर न जमा करने की अपील करेंगे। ज्ञापन में नगर निगम द्वारा अपनी सम्पत्तियों को उचित किराये पर न उठाने और आम नागरिकों पर गृहकर का तीन गुना बोझ डालने, बकाया सम्पत्ति करों पर ब्याज वसूलना लेकिन छूट उपलब्ध न कराने, कारपेट एरिया का सम्पत्ति कर निर्धारित सीमा से ज्यादा होने आदि का जिक्र करते हुए गृहकर वृद्धि वापस लेने की मांग की है।