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जानिये आखिर क्यों है खास पंबन ब्रिज जिसकी पीएम मोदी ने रामनवमी पर दी सौगात

  • पंबन ब्रिज है आधुनिक तकनीक का शानदार प्रदर्शन
  • वर्टिकल लिफ्ट का हिस्सा ऊपर उठा तो जहाज उसके नीचे से गुजरा
  • वर्टिकल लिफ्ट का मतलब है कि के पुल का वो भाग जो ऊपर नीचे हो सकता है, ताकि जहाज निकल सके
  • पंबन रेलवे ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है
  • अमेरिका के गोल्डन गेट ब्रिज, लंदन का टावर ब्रिज और डेनमार्क-स्वीडन को जोड़ने वाला ओरेसुंड ब्रिज जैसी श्रेणी में जुड़ा पंबन ब्रिज

नई दिल्ली। रविवार को रामनवमी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को एक बहुत बड़ा तोहफा दिया। यह तोहफा कोई हजार-दो हजार का नहीं 550 करोड़ रुपए का है। जी हां हम बात कर रहें रामेश्वरमपुरम में 550 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए दुनिया के बड़े पुलों की तरह भारत के उस नए पंबन ब्रिज की जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। यह पंबन ब्रिज बहुत खास है। चलते जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी। दरअसल पंबन ब्रिज अमेरिका के गोल्डन गेट ब्रिज, लंदन का टावर ब्रिज और डेनमार्क-स्वीडन को जोड़ने वाला ओरेसुंड ब्रिज जैसे दुनिया के अन्य मशहूर ब्रिज की श्रेणी में गिना जा रहा है। यह पुल की तकनीक का शानदार प्रदर्शन है। वर्टिकल लिफ्ट हिस्सा मतलब पुल का वो भाग जो ऊपर-नीचे हो सकता है, ताकि जहाज निकल सकें। यह तकनीक वाकई कमाल की है। पंबन रेलवे ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है और यह वैश्विक मंच पर भारतीय इंजीनियरिंग की एक बड़ी उपलब्धि है। इसकी लागत 550 करोड़ रुपये से अधिक है। यह ब्रिज 2.08 किलोमीटर लंबा है। इसमें 99 खंभों के बीच की दूर हैं और इसका लिफ्टिंग हिस्सा 72.5 मीटर लंबा है, जो 17 मीटर ऊंचाई तक उठ सकता है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए इसमें दो रेलवे ट्रैक की व्यवस्था की गई है। समुद्री हवा से होने वाले जंग से बचाव के लिए इसमें खास पॉलीसिलोक्सेन कोटिंग की गई है।

पंबन ब्रिज के नीचे से बड़े जहाज आसानी से गुजरेंगे

पंबन ब्रिज के नीचे से जहां समुद्री बड़े जहाज आसानी से गुजर सकते हैं वहीं ट्रेन सेवा भी बिना बाधा जारी रह सकती है। ब्रिज को मजबूत बनाने के लिए इसमें स्टेनलेस स्टील, विशेष सुरक्षात्मक पेंट और वेल्डेड जोड़ का इस्तेमाल किया गया है। इससे इसकी ताकत और उम्र बढ़ गई है। नए पंबन ब्रिज का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने किया है। ब्रिज निर्माण के दौरान पर्यावरणीय प्रतिबंध, समुद्र की तेज लहरें, तेज हवाएं और खराब मौसम जैसी कई चुनौतियां आईं। इंजीनियरों ने बहुत सोच-समझकर मजबूत डिजाइन तैयार किया।

भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज है पंबन रेल पुल

यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज है। पीएम मोदी ने 2019 में इसकी नींव रखी थी। पंबन रेल पुल को 550 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह ब्रिज 5 साल में समुद्र के ऊपर बनकर तैयार हो गया। इस ब्रिज को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।

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