गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस ने एक विशेष कार्यक्रम की सफलतापूर्वक मेजबानी की। कार्यक्रम में छात्रों को सैन होजे स्टेट यूनिवर्सिटी, मिसौरी यूनिवर्सिटी आॅफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और यूनाइटेड स्टेट्स के वॉर्सेस्टर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। यह कार्यक्रम पीआर और अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग द्वारा सिंपलएड इंटरनेशनल एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया था। यह संस्था कॉलेजों/विश्वविद्यालयों को विदेशी विश्वविद्यालयों के परामर्शदाताओं से जोड़ता है, ताकि छात्रों को अमेरिका में उच्च शिक्षा के अवसरों का पता लगाने में मदद मिल सके। इस कार्यक्रम में विभिन्न शाखाओं के लगभग 1000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरूआत आरती और तिलक के साथ अतिथियों के पारंपरिक स्वागत के साथ हुई, जिसके बाद दीप प्रज्जवलन समारोह हुआ, जिसमें सिंपलएड के संस्थापक और निदेशक यासिर अंसारी, सिंपलएड के संचालन और बिक्री प्रमुख आर्यन टंडन, अमेरिकी वाणिज्य विभाग प्यूर्टो रिको के राज्यव्यापी निदेशक जोस बर्गोस, केआईईटी के संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज गोयल, केआईईटी के अकादमिक निदेशक डॉ. अनिल अहलावत, केआईईटी के डीन छात्र कल्याण डॉ. अनुराग गुप्ता, केआईईटी के पीआर और अंतर्राष्ट्रीय संबंध प्रमुख डॉ. प्रीति चितकारा और विदेशी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. प्रीति चिटकारा ने अपने स्वागत भाषण में संस्थान के सभी गणमान्य व्यक्तियों, सम्मानित अतिथियों और प्रतिनिधियों के प्रति कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम संस्थान के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अतिथियों के अभिनंदन और अमेरिका में उच्च शिक्षा विषय पर कार्यशाला के साथ आगे बढ़ा।
सिंपलएड के संस्थापक और निदेशक श्री यासिर अंसारी ने सिंपलएड का स्वागत करने के लिए डॉ. चिटकारा और संस्थान के वरिष्ठ नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों के लिए अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के दायरे को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काईट ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की भावना की सराहना करता हूं। उन्होंने प्रत्येक विदेशी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि को दर्शकों के सामने अपना परिचय देने के लिए कहा और पाठ्यक्रमों, छात्रवृत्तियों के बारे में बतायो उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि वे शुरूआत से ही अपनी प्रोफाइल बनाने पर कैसे काम कर सकते हैं। इसके बाद प्रतिनिधियों की टीम मिनी एजुकेशन फेयर के लिए आगे बढ़ी, जिसमें छात्रों ने सीधे विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों से बातचीत की, शैक्षणिक मार्गों की खोज की और अग्रणी संस्थानों में प्रवेश प्रक्रियाओं के बारे में सीखा।
मिनी एजुकेशन फेयर में भाग लेने से छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा के बारे में अपनी समझ को गहरा करने में मदद मिली, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक भविष्य के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी मिली। जनसंपर्क और अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग ने काईट के छात्रों को वैश्विक विशेषज्ञों से जुड़ने और अंतर्राष्ट्रीय उच्च अध्ययन की दिशा में अपने अगले कदम की योजना बनाने के लिए इस मूल्यवान अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।