गाजियाबाद। केआईईटी द्वारा 11.12 नवम्बर को वैश्विक व्यवसायोंए अर्थशास्त्रए वित्त और सामाजिक विज्ञान में प्रगति पर 7 वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन SWOSU-USA, नमनगन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी उजबेकिस्तान और बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी भारत के सहयोग से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन डा. राजन सक्सेना, संस्थापक निदेशक आईआईएम इंदौर, पूर्व कुलपति, एनएमआईएमएस विश्वविद्यालय मुंबई और मुख्य वक्ता प्रो. तृषा वाल्ड, जेडी, एसोसिएट डीन, एसडब्ल्यूओएसयू, यूएस और ममतकरिमोव ओडिलजोन द्वारा किया गया। डा. कर्नल ए. गर्ग निदेशक केआईईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस और डा. आर श्रीनिवासन एचओडी एमबीए और सम्मेलन अध्यक्ष ने वर्चुअल बुके देकर विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।
डा. श्रीनिवासन ने प्रतिभागियों व अतिथियों का स्वागत किया और साथ ही सम्मेलन रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में 200 से भी अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए थे, जिनमें से कुल 109 पेपर स्वीकार किए गए। यह शोध पत्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत किए गए जिनमे स ेमुख्यत:संयुक्त राज्य अमेरिका, दुबई, उजबेकिस्तान के साथ लगभग पूरे भारत से सहभागिता रही। इन पत्रों को बारह तकनीकी सत्रों में प्रस्तुत किया गया। जिनकी अध्यक्षता विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों के प्रख्यात शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने की। डा. श्रीनिवासन ने कैसे बड़े पैमाने पर महामारी ने वैश्विक बाजारों को उनके संचालन के संदर्भ में बदल दिया है पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने यह भी चर्चा की कि हम चीन के सबसे बड़े निर्माता होने के साथ एक बहुध्रुवीय दुनिया कैसे देख रहे हैं।
डॉ. कर्नल अमिक गर्ग निदेशक केआईईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस ने अपने संबोधन में बाजार में नए व्यवधानों और नवाचारों के कारण उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव पर चर्चा की। डॉ. गर्ग ने सम्मेलन के विषय को व्यावहारिक रूप से समझने और वास्तविक समय में छात्रों की भागीदारी पर जोर दिया। डॉ. ओडिलजोन ममात्कारिमोव ने दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने और उससे निपटने के लिए अंतर देशों के सहयोग की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ. राजन सक्सेना ने वैश्विक पटल में अचानक आ रहे बदलाव को रेखांकित किया जहां विक्रेता और उपभोक्ता इंटरनेट पर हमारी बढ़ती निर्भरता के बारे में तथ्य बताते हैं। उन्होंने चर्चा की कि उपभोक्ता अब पहले से कहीं अधिक सशक्त हैं और कैसे व्यवसायों को अब अपनी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।
समापन समारोह में डॉ. हरदीप सलूजा, प्रोफेसर एसडब्ल्यूओएसयू यूएसए, रॉबर्ट मूर बर्नार्डोस, निदेशक ग्लोबल अफेयर्स एफएनजी कंसल्टिंग रोम, इटली, डा. योगेश सुमन वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर निस्टैड्स को आमंत्रित किया गया था। डा. हरदीप ने वैश्विक व्यापार में प्रगति और इसके प्रति प्रबंधन शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डाला। रॉबर्ट बर्नार्डोस ने विशेष रूप से COVID अवधि के बाद वैश्विक मामलों को पूरा करने में छात्रों के दृष्टिकोण के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया। डा. योगेश ने प्रौद्योगिकी के महत्व पर जोर दिया और वैश्विक विकास और मानव विकास के लिए प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण कैसे उपयोगी है, इस पर बल दिया।
डा. बिंकी श्रीवास्तव (Addl HoD) ने सभी प्रतिभागियों व अतिथियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया। डा. मणि त्यागी और डा. अमित अरोड़ा के साथ सभी फैकल्टी, स्टाफ सदस्यों और 36 सेकंड ईयर के एमबीए विभाग के छात्रों ने इस सम्मेलन का सफलतापूर्वक समन्वय किया।