- वाराणसी में किया 1774.34 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनपद वाराणसी में 1774.34 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 553.76 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 1220.58 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने डा. सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि काशीवासियों से बनारसी अंदाज में कहा कि काशी में कहल जाला सात वार अउर नौ त्योहार होला। कहे क मतलब ई कि एहां रोज-रोज नया-नया त्योहार मनावल जाला। उन्होंने कहा कि काशी सदा से निरन्तर प्रवाहमान रही हैं। दिव्य-भव्य-नव्य काशी में 8 वर्षों से विकास का जो उत्सव चल रहा है, उसे एक बार फिर गति दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी ने पूरे देश को एक तस्वीर दिखाई है, जिसमें विरासत भी है, विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, दिव्य व नव्य बनाने का कार्य निरन्तर जारी है। ऐसा विकास जो काशी की सड़कों, गलियों, कुण्डों, तालाबों, घाटों व पाटों, रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक लगातार गतिमान है। काशी की आत्मा वही है, काया में निरन्तर नवीनता लाने का प्रयास किया जा रहा है। काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है, तो चार नए शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी यहां 1700 करोड़ रुपये से अधिक के दर्जनों प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ है। काशी में सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वच्छता व सुन्दरीकरण से जुड़ी हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं तथा हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर कार्य जारी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है। शिक्षा, कौशल, पर्यावरण, स्वच्छता व व्यापार के लिए जब प्रोत्साहन मिलता है, नए संस्थान बनते हैं। आस्था व अध्यात्म से जुड़े स्थानों को जब संवारा जाता है, तो विकास प्रगतिशील होता है। हर एक को बिजली पानी, घर मिलता है, तो विकास संवेदनशील होता है। उन्होंने कहा कि काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तरह देश को दिशा देने का काम किया है, उससे वे आनन्दित हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शॉर्टकट से देश का भला नहीं हो सकता। कुछ नेताओं का भला हो जाए, लेकिन देश व जनता का भला नहीं होता। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में बाहर से आए लोग सवाल करते थे, यहां इतना कुछ अव्यवस्थित है कैसे ठीक होगा। उनकी चिंता जायज थी। जिधर नजर डालो बदलाव, सुधार की गुंजाइश नजर आती थी। लगता था दशकों से काम हुआ ही नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए यह दे-दो जैसे शॉर्टकट से ज्यादा सोच में न था, लेकिन बनारस के लोगों ने सही रास्ता चुना। काम ऐसे हों, जो वर्तमान को ठीक करे तथा भविष्य में कई दशक तक इनका लाभ बनारस मिले। उन्होंने कहा कि जब दूरगामी प्लानिंग होती है, तो नतीजे भी निकलते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज काशी का इन्फ्रास्ट्रक्चर कहां से कहां पहुंच गयी है। इससे किसान, नौजवान सभी को लाभ पहुंच रहा हैं। व्यापार-कारोबार बढ़ रहा। रिक्शा वाला भी कह रहा इतना काम मिल रहा। कारोबारी कह रहा इतना माल उठ रहा। घर, सड़क बनने में स्टील, सीमेण्ट समेत निर्माण सामग्री वालों का कारोबार बढ़ रहा है। काशी रोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही है। आज काशी के चारों तरफ रिंग रोड, चौड़े नेशनल हाइवे, बाबतपुर सिटी लिंक रोड, आरओबी, फ्लाइओवर बनारस के लोगों का जीवन आसान बना रहे हैं। यह सुविधा और बढ़ने वाली है। कोरोना की मुफ्त वैक्सीन से लेकर गरीबों को मुफ्त राशन की व्यवस्था तक, सरकार ने आपकी सेवा का कोई अवसर छोड़ा नहीं है। 5 लाख रुपए तक का इलाज हमने मुफ्त किया है, उससे गरीबों की बहुत बड़ी चिंता दूर हुई है। इससे वो गरीब भी अस्पताल जाने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं, जो कभी पैसे के अभाव में इलाज से बचते थे। अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों की डिमाण्ड बढ़ रही है। बीते कुछ वर्षों में हमने उत्तर प्रदेश में ही दर्जनों नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं। यहां काशी में ही कैंसर के इलाज से लेकर तमाम बीमारियों के आधुनिक इलाज का कितना बड़ा नेटवर्क तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि काशी में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं और यह श्रृंखला अनवरत जारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अपने 8 वर्ष का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस दौरान सरकार के जनहित एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों तथा योजनाओं का लाभ नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के अन्तिम पंक्ति में बैठे लोगों तक बगैर किसी भेदभाव के पहुंच रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी के इतिहास में गत 05 वर्ष का कार्यकाल काफी महत्वपूर्ण रहा। बदलती काशी को लोगों ने करीब से देखा है। नई काशी के रूप में दुनिया में इसकी पहचान बनी है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के पश्चात 13 दिसम्बर के बाद कोई ऐसा दिन नहीं रहा, जब प्रति दिवस एक से 5-6 लाख लोगों ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन न किया हो।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल, केन्द्रीय भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री डा. महेन्द्र नाथ पांडेय, प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र, खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव आदि मौजूद रहे।