गाजियाबाद। आईटीएस डेन्टल कॉलेज के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया गया, जिसका विषय एजिंग विद डिगनिटी दुनियाभर में वृद्ध व्यक्तियों के लिए देखभाल और सहायता प्रणालियों को मजबूत करने का महत्व था। यह दिवस वर्ष 1990 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल 1 अक्टूबर को बुजुर्ग लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए मतदान किया है। यह दिन वरिष्ठ नागरिकों के बारे में पूरी दूनिया के लोगों मे अधिक जागरूकता और सहानुभूति बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। हर साल अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस को एक थीम के साथ रिकार्ड किया जाता है और उन सभी विषयों का एक समान उद्देश्य होता है। इनका सामान्य लक्ष्य वृद्ध लोगों की भलाई के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
इस अवसर पर आईटीएस डेंटल कॉलेज में समाज के बुजुर्गो के अच्छे स्वास्थ्य और भलाई के लिए दांतों के जबड़ें के रखरखाव तथा मौखिक स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान मे रखकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग द्वारा बुजुर्ग दंत चिकित्सा-बुजुर्गो के लिए दंत चिकित्सा देखभाल में सुधार विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता, वृद्धावस्था दंत चिकित्सा: आइये उन्हें बेहतर मार्गदर्शन करें विषय पर वीडियों रील प्रतियोगिता और स्वास्थ्य ही धन है -बुजुर्गो में मौखिक स्वच्छता का रखरखाव विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आदि शामिल थी। कार्यक्रम का सार रचनात्मक और रंगीन रंगोली डिजाइनों के माध्यम से विभाग में परिलक्षित हुआ। डेंटल ओपीडी में आने वाले मरीजों को पूर्ण डेन्चर, आंशिक डेन्चर, डेन्टल इम्प्लांट और फिक्स्ड आंशिक डेन्चर के रखरखाव के बारे में स्वास्थ्य पर्चे वितरित किये गये। मरीजों के लिए कृत्रिम दांतों के विभिन्न प्रकार के विकल्प और उनके रखरखाव पर एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया जिसमें सभी मरीजों के प्रश्नों के उत्तर दिये गये। अंत में प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को संस्थान के डायरेक्टर-प्रिंसिपल, डॉ देवी चरण शेट्टी द्वारा सम्मानित किया गया। इस सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डॉ आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।