नई दिल्ली। हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र में एआईएमआईएम चीफ एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी के वाहन पर फायरिंग मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ओवैसी का हापुड़ जिले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके बारे में कोई सूचना भी जिला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी। शाह ने कहा कि दो अज्ञात लोगों ने काफिले पर फायरिंग की थी। ओवैसी भाग्यशाली रहे कि सुरक्षित बाहर आ गए लेकिन उनके वाहन के निचले हिस्से पर गोली के 3 निशान थे। इस घटना को तीन गवाहों ने देखा। त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके पास से दो अनधिकृत पिस्तौल और एक आॅल्टो कार बरामद की गईं। फोरेंसिक टीम कार और घटना स्थल की सूक्ष्म जांच कर रही है। साक्ष्य जुटाने की कोशिश भी हो रही है। अमित शाह ने राज्यसभा में आगे कहा कि हमने ओवैसी को सुरक्षा देने की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अमित शाह ने कहा कि वह ओवैसी से एक बार फिर से विनती करते हैं कि वह सरकार की तरफ से दी जा रही सुरक्षा ले लें और चिंता को खत्म करें। शाह बोले कि पहले भी कई मौकों पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के आकलन के बाद ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश केंद्र सरकार ने जारी किए हैं। लेकिन ओवैसी ने इससे इनकार कर दिया है। इस वजह से दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस द्वारा उनको सुरक्षा देने का प्रयास सफल नहीं हो पाया।