उत्तर प्रदेशगाजियाबाद

जल संचय करने में हिंडन नदी निभा सकती है अहम भूमिका: अमित राज

  • भूजल स्तर को बढ़ाने हेतु किया जाए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण
  • जल निकायों के विकास कराने व रि—यूज जल का उपयोग करने से जल संचय करने में होगा लाभ

गाजियाबाद। जल शक्ति अभियान कैच द रेन के अन्तर्गत पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निदेशक व केन्द्रीय नोडल अधिकारी अमित राज की अध्यक्षता में दुर्गावती सभागार विकास भवन में समीक्षा बैठक आहूत हुई।
जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा जिला प्रशासन की ओर से केन्द्रीय नोडल अधिकारी अमित राज को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
अमित राज ने घटती हुई वर्षा एवं भूजल स्तर पर चिन्ता जताते हुये जल निकायों के विकास कराने, हिन्डन नदी सहित अन्य स्थानों पर वृक्षा रोपण करने रि—यूज जल का उपयोग करने, भूजल आधारित स्रोतों पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा बताया गया कि जनपद-गाजियाबाद भूजल स्तर बढ़ाने के लिये सीएसआर फण्ड द्वारा तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। वर्तमान में संचालित एस.टी.पी प्लान्ट के अतिरिक्त नये एस.टी.पी प्लांट स्थापित किये जायेगें। उद्योगो को भूजल उपयोग करने में कमी लाने तथा एस.टी.पी का पानी उपयोग करने हेतु निर्देशित किया गया है। प्रत्येक कम्पनी को रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करने के निर्देश दिये गये है। हिन्डन नदी कि किनारे जुलाई, 2025 में जन जागरूकता अभियान चलाते हुये भारी मात्रा में वृक्षारोपण कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त हिन्डन नदी के पुर्नजीवन का कार्य वृहद स्तर पर किया जायेगा, जिसमें कार्य प्रारम्भ भी किया जा चुका है।
हिमांशु गौतम द्वारा बताया गया जागरूकता की ओर थीम कि वर्तमान वर्ष 2025 जल शक्ति अभियान जल संचय, जन भागीदारी, जन जागरूकता पर आधारित है। जिसमें जनपद-गाजियाबाद में जलाशयों की सफाई, जल निकायों का जियो टैगिंग, मानचित्रण, वनीकरण एवं रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करने आदि कार्य करायें जायेगें।
केन्द्रीय नोडल अधिकारी अमित राज ने कहा कि हिण्डन नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने से जल संचय में लाभ मिलेगा। अत: हिण्डन नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु विशेष प्रयास किये जाएं, तभी हिण्डन नदी जल संचय करने में अहम भूमिका निभायेगी। हिण्डन नदी में नाली—नालों का गंदा पानी सहित कूडा—करकट ना जाने पाये, नदी में गिरने से पूर्व ही जल को स्वच्छ करने की पूरी व्यवस्था की जाएं। बैठक के अंत में केन्द्रीय नोडल अधिकारी ने जिला प्रशासन द्वारा भूजल स्तर में सुधार हेतु किये जा रहे कार्यों के लिए साधुवाद दिया। बैठक के उपरांत केन्द्रीय नोडल अधिकारी महोदय द्वारा विकास भवन स्थिति जल शक्ति केन्द्र का निरीक्षण किया गया।
बैठक में आईएएस अयान जैन (ट्रेनी), अमित कुमार, तकनीकी अधिकारी / सहायक निदेशक, सीडब्लूसी दिल्ली, जिला विकास अधिकारी प्रज्ञा श्रीवास्तव , अधिशासी अभियन्ता, लघु सिंचाई खण्ड हरिओम, अधीक्षण अभियन्ता जल निगम भारत भूषण, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रदीप कुमार द्विवेदी , नोडल अधिकारी सृष्टि जायसवाल व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई विभाग हिमांशु गौतम द्वारा किया गया।

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