- अवेकनिंग इंडिया ने उठाया कान के पर्दों के आपरेशन का खर्च
- डा.बीपी त्यागी ने सात अप्रैल से करना शुरू किए थे आपरेशन
- देश के अलग-अलग राज्यों से मरीज पहुंचे आपरेशन को
गाजियाबाद। दोबारा योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने एवं हर्ष ईएनटी अस्पताल के स्थापना दिवस के मौके पर गत सात अप्रैल से 17 अप्रैल तक 101 कान के पर्दे के आपरेशन किए। फ्री कान के पर्दे के आपरेशन का खर्च अवकनिंग इंडिया फाउंडेशन व हर्ष ईएनटी अस्पताल ने उठाया है। प्रसिद्ध ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर ब्रजपाल त्यागी ने बताया कि 101 मरीज सम्पूर्ण भारत से आए थे। हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान आदि राज्यों से आए मरीजों के कान के पर्दे का आपरेशन किया गया। दरअसल 7 अप्रैल को हर्ष ईएनटी अस्पताल का 25 वां स्थापना दिवस भी था।
डाक्टर बीपी त्यागी ने बताया कि हर्ष ईएनटी अस्पताल 1997 से कान, नाक व गले के इलाज की सेवाएं दे रहा है। 2014 में असपताल ने 55 कान के पर्दे 18 घंटे में लगातार बनाकर अपना नाम लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स में दर्ज कराया था । उसके बाद तीन साल लगातार गाजिÞयाबाद जेल में कान के पर्दों का आॅपरेशन करके संसार का पहला ईएनटी असपताल बना। 2011 में १०० कान केपर्दे बनाकर वर्ल्डबुकमें अपना नाम किया। 2020 व 2021 में कोविड के चलते फ्रÞी आॅपरेशन बंद करने पड़े। अब 2022 में 101 कान के पर्दे फ्रÞी में बनाकर डॉक्टर बी.पी त्यागी ने अपने ही 100 आॅपरेशन का रिकार्ड तोड़ा। ये रिकार्ड बनाकर हर्ष ईएनटी संसार का पहला ईएनटी अस्पताल बन गया है। डॉक्टर बीपी त्यागी (सीईओ हर्ष ई एनटी अस्पताल), डॉक्टर नियति (निदेशक अवेकनिंग इंडिया), डॉक्टर मानिका, डॉक्टर अर्जुन, डॉक्टर अभिषेक, डॉक्टर अरविंद डोगरा, डॉक्टर असद, डॉक्टर अरशद, डॉक्टर सैफी, डॉक्टर अमित (जमसेदपुर), डॉक्टर सागर (वर्धा ), डॉक्टर संजीव (गाजिÞयाबाद), डॉक्टर प्रसून (अलीगढ़), सेखर मिश्रा, दीपांकर, ललित, मिन्नी, सचिन, गौरव, रेशमा व अस्पताल के समस्त स्टाफ ने इस कार्य में बढ़ चढ़कर सहयोग किया। डाक्टर बीपी त्यागी ने मीडियाकर्मियों का भी आभार व्यक्त किया है जिन्होंने जनहित के इस कार्य को जन-जन तक पहुंचाने में योगदान दिया है।