उत्तर प्रदेशगाजियाबादमनोरंजन

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने फिल्म फुले को टैक्स फ्री करने के लिए प्रधानमंत्री के नाम एडीएम सिटी को सौंपा ज्ञापन

गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने शिक्षा के महत्वपूर्ण विषय पर बनी फिल्म फुले को टैक्स फ्री करने के लिए प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिले के एडीएम सिटी गम्भीर सिंह को ज्ञापन सौंपा है। बता दें कि सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों और समाज के बहिष्कृत हिस्सों के लोगों को शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। वह सन 1848 में भारत की पहली अध्यापिका बनी और उन्होंने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर लड़कियों के लिए विद्यालय खोला। इसके बाद इन्होंने 1864 में बेसहारा स्त्रियों के लिए एक आश्रय स्थल की स्थापना की और सभी वर्गों की समानता के लिए संघर्ष करने वाले ज्योतिराव फुले के धर्मसुधारक संस्थान सत्यशोधक समाज का विकास करने में अहम भूमिका निभाई। सावित्रीबाई फुले के जीवन को भारत में स्त्रियों के अधिकारों का प्रकाश स्तंभ माना और भारतीय नारी आंदोलन की जननी के रूप में भी जाना जाता है। फिल्म के माध्यम से सावित्रीबाई फुले और ज्योतिराव फुले द्वारा भारत में लड़कियों के लिए शिक्षा के विद्यालय स्थापित करने एवं समाज में व्याप्त अनेकों कुरीतियों को समाप्त करने के संघर्ष को दिखाया गया है। गाजियाबाद पेरेंट्स ने देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन देते हुए अनुरोध किया गया है कि फूले फिल्म को टैक्स फ्री करने के लिए प्रयास किए जाए जिससे कि इस फिल्म को अधिक से अधिक दर्शकों एवं अभिभावकों तक पहुंचने में मदद मिल सके और इसके संदेश को व्यापक रूप से प्रसारित किया जा सकेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button