गाजियाबाद। लाल कुआं स्थित आईएमएस तकनीकी शिक्षा नेतृत्व विकास कार्यक्रम (टीईएलडीपी) के अर्न्तगत पूरे भारत में अकादमिक लीडर्स के लिए लगातार दूसरे वर्ष प्रतिष्ठित एआईसीटीई- यूकेरी द्वारा चार दिवसीय आगे की शिक्षा नेतृत्व और प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला सैकंड का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन सत्र में अपने सम्बोधन में निदेशक डा. उर्वशी मक्कड ने बताया कि एआईसीटीई द्वारा चुने गए प्रसिद्ध मास्टर ट्रेनर्स, डा. उर्वशी मक्कड़, डॉ. नीलम श्रीवास्तव, प्रोफेसर और प्रमुख, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान लखनऊ, डॉ. वंदना अरोड़ा (निदेशक और प्रोफेसर, लॉयड प्रबंधन और प्रौद्योगिकी संस्थान), डॉ. पूजा त्रिपाठी (प्रोफेसर और प्रमुख, आईटी, इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज), डॉ. मोनिका वर्मा( प्रोफेसर, आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज) द्वारा पहली कार्यशाला का आयोजन गत 23-26 नवंबर, 2021 तक किया गया था।
उन्होंने यह भी बताया कि तकनीकी शिक्षा में अकादमिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए एआईसीटीई एवं यूके-इंडिया एजुकेशन एंड रिसर्च इनिशिएटिव (यूकेआईईआरआई) के द्वारा अप्रैल 2006 में भारत और यूके के बीच शैक्षिक संबंधों को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू हुई, जो दोनों देशों के लिए एक रणनीतिक प्राथमिकता है।
पूरे देश में इस प्रकार के प्रशिक्षणों को फैलाने के दृष्टिकोण के साथ एआईसीटीई द्वारा चुने गए भारत भर के 40 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा पूरे देश में आयोजित की जा रही 8 विभिन्न कार्यशालाओं की एक श्रृंखला में 150 से अधिक अकादमिक लीडर्स द्वारा भाग लिया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रतिनिधियों को प्रभावी नेतृत्व और प्रबंधन तकनीकों के अनुप्रयोग और विभागीय और संस्थागत प्रदर्शन पर उनके लाभकारी प्रभाव पर ध्यान देने के साथ-साथ प्रमुख नेतृत्व और प्रबंधन चुनौतियों का एक सिंहावलोकन प्रदान करेगा।