प्रथम मेजर अंडर-13 बैडमिंटन स्टेट टूर्नामेंट-2025 का समारोहपूर्वक हुआ समापन, कैबिनेट मंत्री ने बांटे पुरस्कार

गाजियाबाद। प्रथम मेजर अंडर-13 बैडमिंटन स्टेट टूर्नामेट -2025 का समापन समारोह भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। टूर्नामेंट के तीसरे और अंतिम दिन खेले गए फाइनल मुकाबले अत्यंत रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक रहे। प्रतिभागी खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट खेल कौशल, अनुशासन और समर्पण का परिचय दिया, जिसे दर्शकों ने करतल ध्वनि से सराहा। समारोह के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा थे। विशिष्ट अतिथियों में यशोदा अस्पताल कौशांबी के चेयरमैन डॉ. पी. एन. अरोरा, एचआरआईटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अंजुल अग्रवाल एवं सतीश शर्मा मौजूद रहे। समापन समारोह की अध्यक्षता गाजियाबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित जायसवाल ने की। बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव नरेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी मुकाबले अत्यंत रोमांचक और प्रतिस्पर्धी रहे। खिलाड़ियों ने अनुशासन में रहते हुए पूरे जोश और लगन के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया। टूर्नामेंट की सफलता में खिलाड़ियों के साथ-साथ आयोजन समिति और दर्शकों का भी विशेष योगदान रहा। फाइनल विजेताओं में बालक वर्ग सिंगल्स में विजेता बने शार्दूल खत्री कानपुर व उपविजेता रहे कुशाग्र द्विवेदी लखनऊ। बालक वर्ग डबल्स में विजेता रहे कुशाग्र द्विवेदी लखनऊ एवं शिवेश गुप्ता। उपविजेता रहे शार्दूल खत्री कानपुर एवं कंदर्प खत्री कानपुर। बालिका वर्ग सिंगल्स में विजेता वन्या चौधरी नोएडा, उपविजेता गर्विता त्रिपाठी मेरठ रहे। बालिका वर्ग डबल्स में विजेता गर्विता एवं वन्या नोएडा, उपविजेता प्रियंका जायसवाल एवं उर्वशी वाराणसी रहे। प्रतियोगिता के मुख्य रेफरी अजय सिंह ने टूर्नामेंट की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे संगठित और सफल प्रतियोगिता बताया। उन्होंने सभी आयोजकों, कोचों और तकनीकी अधिकारियों का धन्यवाद किया। आयोजन समिति के टेक्निकल चेयरमैन अमित शर्मा की देखरेख में टूर्नामेंट का संचालन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस सफल आयोजन ने बाल खिलाड़ियों को राज्यस्तरीय मंच प्रदान कर उनके आत्मविश्वास को नया आयाम दिया है। आगामी वर्षों में भी इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित करने का संकल्प लिया गया है। इस मौके पर बी एल बत्रा, राजीव मालिक , अतुल कुमार, दिवांशु सिंघल, सुमित कुमार, गिरीश चौहान, दिशा यादव, हर्षित आदि मौजूद रहे। सभी खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र एव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।