उत्तर प्रदेशगाजियाबाद

वेव सिटी में धरनास्थल पर टैंट उखाड़े जाने पर भड़के किसान, आत्मदाह का किया प्रयास

  • अपनी मांगों को लेकर 17 दिनों से धरने पर बैठे हैं किसान
  • पुलिस ने किसानों को किया शांत, कार्रवाई का दिया आश्वासन

गाजियाबाद। वेव सिटी बिल्डर के खिलाफ 17 दिनों से धरने पर बैठे किसानों के मामले में गुरुवार को नया बखेड़ा खड़ा हो गया। सुबह किसान जब धरना स्थल पर पहुंचे तो वहां टैंट उखड़ा देख किसान भड़क उठे। यहां तक की एक किसान ने खुद पर पेट्रोल डाल कर आत्मदाह का प्रयास भी किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने जैसे-तैसे किसान को काबू में किया जिससे हादसा होने से बच गया। लेकिन किसान धरना स्थल पर ही बैठ गए। काफी देर तक चले हंगामे के बाद किसानों ने वेव सिटी थाना पुलिस को धरना स्थल को क्षतिग्रस्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। किसान नेता अनुज चौधरी ने आरोप लगाया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना धरना दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात वेव सिटी की कुछ महिलओं व अन्य लोगों ने आकर धरना स्थल का क्षतिग्रस्त कर दिया और उनके टैंट आदि उखाड़ने के प्रयास किए। गुरुवार सुबह किसान जब धरना स्थल पर पहुंचे तो वहां की हालात देख भड़क गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी किसानों को धरना स्थल से हटाने का प्रयास किया जिससे किसान भड़क गए, पुलिस और किसानों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। किसानों का आरोप है कि पुलिस द्वारा जबरन उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया जा रहा था जिससे कई किसानों के कपड़े फट गए जिससे नाराज कई किसानों ने अपने कपड़े उतारकर धरना स्थल पर ही बैठ गए। आरोप है कि वेवसिटी की महिला गार्डस ने किसानों के साथ मारपीट की और एक किसान ने चेन लूटने का आरोप भी कर्मचारियों पर लगाया। इस घटना से नाराज एक किसान ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया और आत्मदाह करने का प्रयास करने लगा, हाालांकि पुलिस ने तत्काल युवक को भीड़ से अलग किया और आग लगाने से बचाया। लेकिन अन्य किसानों ने वेव सिटी और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक धरना किसी भी कीमत पर समाप्त नहीं होगा। अनुज चौधरी ने कहा कि वेव सिटी के बिल्डर किसानों पर दबाव बनाकर उन्हें हटाने में लगे हैं, लेकिन जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी धरना नहीं हटेगा। पूर्व में भी इस तरह धरना स्थल पर पोस्टर आदि फाड़े गए थे। काफी देर तक किसानों और पुलिस के बीच मशकत चलती रही। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर पुलिस को ज्ञापन सौंपा। पुलिस के समझाने के बाद किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से धरनास्थल पर बैठे। किसानों नेअपने ज्ञापन में मांगा की है कि टेंट उखाड़ने, किसानों के कपड़े फाड़ने व मारपीट करने वाली वेवसिटी की महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सोने की चेन वापस कराई जाए। साथ ही चेतावनी दी कि दोबारा इस तरह की घटना होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर अनुज चौधरी, अमित कुमार, देवेन्द्र कुमार, अमित, गुड्डू, सुाबीर, कमला देवी, रविन्द्र तोमर आदि सैंकड़ों किसा मौजूद रहे।

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