- केयर गिवर को मिलेगा प्रशिक्षण, सामुदायिक स्तर पर बढ़ेगी जागरूकता
- क्षय रोग के उपचार का बेहतर अनुपालन होने से सुखद परिणाम मिलेंगे
हापुड़। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का लक्ष्य हासिल करने के लिए फैमिली केयर गिवर तैयार होंगे। इसके लिए क्षय रोग विभाग ने जिला पंचायती राज विभाग के साथ मिलकर प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि इसके लिए हर क्षय रोगी के लिए उसके परिवार या करीबी लोगों में से ऐसे व्यक्ति को चिन्हित किया जाएगा, जो क्षय रोगी की अच्छे से देखभाल करते हुए फैमिली केयर गिवर (प्राथमिक देखभाल कर्ता) की भूमिका निभा सके। देखभाल कर्ता को क्षय रोगी के साथ अस्पताल जाना होगा, जहां स्वास्थ्य कर्मी उसे पोषण से लेकर उपचार के अनुपालन तक का प्रशिक्षण देंगे।
सीएमओ ने बताया कि फैमिली केयर गिवर के जरिए उपचार का अनुपालन बेहतर तरीके से हो सकेगा और क्षय रोगियों व उनके परिजनों का आत्म विश्वास बढ़ेगा। इसके साथ ही समुदाय में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और सामुदायिक स्तर पर क्षय रोगियों को बेहतर सहयोग मिल सकेगा। इसी क्रम में बुधवार को स्टेट आब्जर्वर डा. उदित मोहन की देखरेख में सीएमओ कार्यालय सभागार में मास्टर ट्रेनर्स के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। टीबी मुक्त पंचायत एवं फैमिली केयर गिवर प्रशिक्षण में स्वयं जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) वीरेंद्र सिंह और चारों ब्लॉक से एडीओ पंचायत भी पहुंचे। मास्टर ट्रेनर जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) ने मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया – प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए सामुदायिक सहयोग जरूरी है। फैमिली केयर गिवर तैयार करने का उद्देश्य देखभाल कर्ता के रूप में पारिवारिक सदस्यों की भूमिका को मजबूत करना है। हमें प्रशिक्षण के माध्यम से परिवार के सदस्यों में यह क्षमता विकसित करनी है। इससे जहां रोगी और देखभाल कर्ता के रूप में एक नई बॉडिंग बनेगी, वहीं क्षय रोगी का आत्मविश्वास बढ़ेगा और उपचार के परिणाम भी निश्चित तौर पर बेहतर होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीओ पंचायत (हापुड़) विशन सक्सेना, एडीओ पंचायत (धौलाना) अलीमुद्दीन, एडीओ पंचायत (सिंभावली) संजय कुमार चौधरी, एडीओ पंचायत (गढ़) आनंद प्रकाश सैनी के साथ स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचईओ) धौलाना संजय बालियान और एचईओ हापुड़ सत्यप्रकाश, के साथ ही बीसीपीएम (सिंभावली) रविंद्र मावी और बीसीपीएम (गढ़) अरुण कुमार के अलावा जिला क्षय रोग विभाग से वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) और वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक (एसटीएलएस) के साथ ही जिला कार्यक्रम समन्वयक दीपक शर्मा, जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी और जिला पीएमडीटी समन्वयक मनोज कुमार गौतम मौजूद रहे।