- टीम ने उन स्थानों पर किया फोकस जहां मच्छरों के पनपने की अधिक संभावना
- इस माह थोड़ी सतर्कता बरत लेंगे तो बहुत सारी दिक्कतों से बच जाएंगे : सीएमओ
गाजियाबाद। वैक्टर बोर्न बीमारियों (डेंगू और मलेरिया) के मामले बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली से एनसीडीसी की पांच सदस्यीय टीम पहुंची और संवेदनशील उन पांच क्षेत्रों का सर्वे किया जहां मच्छरों के अधिक पनपने की संभावना रहती है। टीम के साथ जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया टीम जल्दी ही सर्वे की रिपोर्ट देगी। सीएमओ ने जनपद वासियों से अपील की है कि यह समय वैक्टर जनित बीमारियों के लिए बहुत ही अनुकूल है, एक माह तक लोग मच्छरों से बचाव के साथ ही सतर्कता बरतें तो बहुत सारी दिक्कतों से बचा जा सकता है। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें। बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा लेने से बचें।
सीएमओ ने बताया शासन के आदेश पर मंगलवार से 10 दिवसीय घर-घर सर्वे अभियान शुरू किया गया है। सर्वे में 2136 टीमें लगाई गई हैं। हर टीम में दो सदस्य हैं। यह टीम घर-घर जाकर ज्वर, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले कोविड वैक्सीन से वंचित लोगों और कोविड के लक्षण वाले लोगों की सूची तैयार करेंगे। आवश्यक चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए रेपिड रेस्पांस टीमें (आरआरटी) तैनात कर दी गई हैं। सर्वे में लगी टीम जरूरत होने पर तत्काल आरआरटी को सूचित करेंगी। इसके साथ ही जनपद में बुखार के बढ़ते मामलों को देखते हुए संभावित लार्वा प्रजनन क्षेत्रों का सर्वे दिल्ली की टीम ने किया है।
जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया दिल्ली से आई टीम ने पंजाब लाइन, राजेंद्र नगर, करहैड़ा, कविनगर और राजनगर में दौरा कर सर्वे किया है। टीम जल्दी ही अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक जरूरी एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
वैक्टर जनित रोगों से ऐसे करें बचाव
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- सोने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें।
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
- खासकर कूलर की सफाई अवश्य करें।
- खुले आसमान के नीचे न सोएं।
- बुखार आने पर स्वास्थ्य केंद्र जाएं।