- 296 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे पर खर्च हुए 14 हजार 8 सौ करोड़ रुपए
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिन पूर्व जालौन की तहसील उरई स्थित ग्राम कैथेरी में 14 हजार 800 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 296 किलोमीटर लम्बाई के बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 7 जनपदों-चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया, इटावा से होकर गुजरेगा। 296 किलोमीटर लम्बाई का यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर जनपद इटावा के कुदरौल के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलेगा। यहीं से यह एक्सप्रेस-वे देश की राजधानी नई दिल्ली से भी जुड़ेगा। प्रधानमंत्री ने मंच पर आने से पूर्व, आयोजन स्थल पर हरीशंकरी (पीपल, बरगद तथा पाकड़) के पौधे रोपे। उन्होंने बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के मॉड्यूल, सैंड कलाकारों द्वारा बनायी गयी कलाकृतियों तथा उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा सम्बन्धी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रधानमंत्री ने लोकार्पण समारोह में अपना सम्बोधन बुन्देली भाषा में प्रारम्भ किया। आधुनिक बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के लिए उत्तर प्रदेश व बुन्देलखंड के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड की गौरवशाली परम्परा को समर्पित है। बुन्देलखंड के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश का जनप्रतिनिधि होने के नाते बुन्देलखण्ड की धरती को आज एक्सप्रेस-वे का यह उपहार देते हुए उन्हें विशेष खुशी मिल रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आशीर्वाद से वे 8 साल से देश के प्रधानसेवक का जिम्मा निभा रहे हैं। उन्होंने हमेशा देखा है कि उत्तर प्रदेश की दो कमियां पूरी कर दी जाये, तो उत्तर प्रदेश चुनौतियों को चुनौती देने की ताकत देने के साथ खड़ा हो जायेगा। यह कमियां पहले की सरकारों के समय की खराब कानून-व्यवस्था तथा खराब कनेक्टिविटी की हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की तस्वीर बदल दी है। मुख्यमंत्री की सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था सुधरी है और कनेक्टिविटी सुधर रही है।