गाजियाबाद। जनपद में डेंगू रोगियों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए एक ओर जहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से घर-घर संवेदीकरण अभियान चलाया जा रहा है वहीं जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने डेंगू से बचाव व नियंत्रण के लिए प्रोटोकॉल का निर्धारण भी किया है। जिलाधिकारी ने बताया कि डेंगू एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर खाली पड़े डिब्बों, टायरों, गड्ढों और कूलर आदि में जमा साफ व रुके हुए पानी में ही पनपता है। यह मच्छर दिन में काटता है। डेंगू से बचाव के लिए हमें बहुत सतर्क रहना होगा। उन्होंने बताया डेंगू से बचाव के लिए प्रोटोकॉल जारी किया गया है। इस प्रोटोकॉल का पालन करने पर डेंगू से बचा जा सकता है।
- कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन, टायर आदि में पानी को जमा न होने दें।
- पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों आदि को हमेशा ढक कर ही रखें।
- कुछ समय के अंतराल पर कूलर को खाली करके अच्छी तरह से सुखा लें और उसके बाद ही पुन: प्रयोग में लाएं।
- यह मच्छर दिन में काटता है इसलिए दिन में भी ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को पूरी तरह ढकें और विशेषकर बच्चों का अत्याधिक ध्यान रखें।
- खिड़कियों पर मच्छर रोधी जाली लगाएं और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें।
- समस्त रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्लूए) को निर्देश दिया गया कि वह अपने अपने इलाकों में प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें।
- आवास एवं विकास परिषद, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम अपने- अपने क्षेत्रों डेंगू से बचाव के प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। साथ ही साथ फॉगिंग व एन्टी लार्वा का छिड़काव कराना भी सुनिश्चित करें।