- क्या भाजपा-आरएसएस का विरोध करना राष्ट्रद्रोह है
- कांग्रेस नेताओं ने कहा, सरकार में दम है तो राहुल गांधी को गिरफ्तार करे
कमल सेखरी
लोकसभा में विपक्षी दल के नेता राहुल गांधी इन दिनों अपनी तीन दिन की अमेरिकी यात्रा पर हैं। बीते दिन उन्होंने डेलॉस स्टेट में भारतीयों के साथ बातचीत करते हुए एक लंबा भाषण दिया। राहुल गांधी के इस भाषण पर भारत में भाजपा के कई बड़े नेता यकायक आक्रामक हो गए और उन्होंने एक के बाद एक राहुल गांधी पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिये। भाजपा के अन्य कई हमलावर नेताओं के बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने अपने बयानों में राहुल गांधी के भाषण की पुरजोर निंदा करते हुए उन्हें राष्ट्रविरोधी और राष्ट्रद्रोही तक कह डाला। अनुराग ठाकुर और गिरीराज सिंह के बयानों को गंभीरता से अगर ना भी लिया जाये क्योंकि वो अक्सर विरोधी दलों पर और खासतौर पर राहुल गांधी पर आदतन हमलावर रहते ही हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केन्द्र में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो कल सार्वजनिक बयान दिया वो अधिक पीड़ादायक है। श्री चौहान ने भी भाजपा के और नेताओं की तरह राहुल गांधी को राष्ट्रद्रोही करार दे दिया। अब भाजपा के कई बड़े नेताओं सहित शिवराज सिंह चौहान भी अगर राहुल गांधी को राष्ट्रद्रोही बता रहे हैं तो केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार राहुल गांधी के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज करती है। राहुल गांधी को भाजपा के कई बड़े नेता कई बार राष्ट्रद्रोही करार दे चुके हैं। अब अगर राहुल गांधी ने बीते दिन ही राष्ट्रद्रोह जैसा कोई बड़ा काम किया है तो क्या कल देश वापसी पर राहुल गांधी को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया जाएगा। क्योंकि अब भाजपा के बड़े-बड़े काबीना मंत्रियों ने भी राहुल गांधी पर सार्वजनिक रूप से राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाना शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने मीडिया को दिये अपने बयान में कहा है कि राहुल गांधी ने डेलॉस में भारतीयों के बीच दिये अपने भाषण में ऐसा कुछ नहीं कहा जो देश के मान-सम्मान को तनिक भी आहत करता हो। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने अपने बयान में सिर्फ भाजपा और आरएसएस पर अपना दृष्टिकोण दिया है जो वो सार्वजनिक मंचों से अपने भाषण में और संसद में भी पहले कई बार बोल चुके हैं। कांग्रेस नेताओं की यह मानना है कि केन्द्र में बैठी सरकार भाजपा या आरएसएस के लिए कहे गये किसी भी बयान को राष्ट्र के खिलाफ कही गई बात मानते हैं जबकि भाजपा पार्टी के तौर पर और आरएसएस संगठन के तौर पर राष्ट्र नहीं है। कांग्रेसी नेताओं का यह भी कहना है कि देश के प्रधानमंत्री अपनी कई विदेशी यात्राओं में दिये गये सार्वजनिक भाषणों में कई बार भारत के मान-सम्मान को आहत कर चुके हैं, उन्होंने यह तक भी कहा है कि 2014 से पहले कोई भी भारतीय अपने आपको भारतीय नागरिक कहने में शर्म महसूस करता था और इससे पहले जितनी भी सरकारें आईं उनका नेतृत्व अयोग्य व्यक्तियों के हाथों में रहा है। कांग्रेसी नेताओं ने मीडिया में दिये अपने बयान में यह भी कहा कि अगर केन्द्र सरकार के मंत्री राहुल गांधी को अपनी नजर सेराष्ट्रद्रोहीमानते हैं तो उनमें इतना दम होना चाहिए कि इस आधार पर वो राहुल गांधी को गिरफ्तार करके दिखायें।