गाजियाबाद। महाशिवरात्रि का पर्व मंगलवार को है। इस बार का महाशिवरात्रि पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन शुभ संयोग के कारण इस पर्व पर भगवान शिव की पूजा करने व व्रत रखने से विशेष फल की प्राप्ति होगी। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर सुबह 11 बजकर 18 मिनट तक परिघ योग रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार परिध योग में शत्रुओं के खिलाफ बनाई रणनीति में सफलता मिलती है। इसी कारण शत्रुओं पर विजय के लिए परिध योग का विशेष महत्व है। परिध योग के बाद शिव योग लग जाएगा। मान्यता है कि शिव योग के दौरान किए गए कार्य सफल होते हैं। शिव योग में भगवान शंकर की विधि-विधान के साथ पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि पर्व पर इन संयोग के कारण ही भगवान शिव की उपासना करने व व्रत रखने वाले भक्तों पर शिव-पार्वती की कृपा रहेगी।
ज्योतिषाचार्य हरीश नारायण शुक्ल ने बताया कि महाशिवरात्रि पर इस बार ग्रहों का भी शुभ संयोग बन रहा है। मकर राशि के बारहवें भाव में पंचग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इस राशि में मंगल, बुध, शुक्र, चंद्रमा व शनि एक साथ विराजमान रहेंगे। साथ ही सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। इसके बाद दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से दोपहर 02 बजकर 53 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा। वहीं शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 12 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त रहेगा।