गाजियाबाद। रालोद के प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह टीटू ने यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को पत्र और ट्विीट कर प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है। डिप्टी सीएम व माध्यमिक शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा को भेजे पत्र में उन्होंने कहा है कि मानवता के नाते सामाजिक व्यक्ति होने के नाते गुरु घर में सेवादार होने के नाते आपसे समाज की तरफ से सभी माता-पिता की तरफ से आप के दरबार तक एक बात पहुंचाना चाहता हूं जो अति आवश्यक है। सभी प्राइवेट स्कूलों की मनमर्जी चल रही है। जैसा चाहते हैं वैसे अपनी उंगलियों पर नचाते हैं। माता पिता को न तो उनके अंदर माता-पिता के प्रति दर्द है, न ही उनके मन में बच्चों के भविष्य को लेकर कोई गंभीरता है। अभी बच्चों का वैक्सीनेशन पूरी तरह से हुआ नहीं है और स्कूल अभी पूरी तरीके से खुलने के लिए तैयार नहीं हैं। व्यवस्थाएं अभी बन नहीं पाई है और सभी स्कूलों की आॅनलाइन क्लासे बंद कर दी गई है। इससे बड़ा अत्याचार माता-पिता के साथ बच्चों के भविष्य के साथ हो नहीं सकता और सबसे बड़ी बात माता-पिता से ही मंजूरी मांगी गई है कि आप अपने बच्चे को स्कूल भेजना चाहते हैं या नहीं, जब तक सभी माता-पिता की मंजूरी स्कूल वालों तक नहीं पहुंच जाती जब तक आॅनलाइन क्लास बंद करने का क्या मकसद है समझ से बाहर है। शिक्षा मंत्रालय व आप तक माता-पिता की भावनाएं बच्चों के भविष्य को लेकर हो रहे खिलवाड़ की बात पहुंचाना फर्ज बनता है क्योंकि इसी जनता ने आपको अपनी वोट के माध्यम से विधानसभा पहुंचाकर मंत्री पद से सुशोभित करने का काम किया है बहुत आशा ही उम्मीद के साथ आशा ही नहीं उम्मीद है कि आप जरूर इस पर गौर करेंगे। माता-पिता को न्याय दिलवाने का काम करेंगे। स्कूलों के द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाएंगे और आने वाले हमारा भविष्य बच्चों के भविष्य को लेकर आप जरूर गंभीरता दिखाएंगे
ईएसआई कार्ड के बारे में जो प्रचार होता है उतना लाभ नहीं मिल रहा
सभी शहरों में अलग-अलग निगम बने हुए हैं जिसमें सफाई कर्मचारी, माली, गरीब तबके के लोग काम करते हैं और सरकार के द्वारा समय-समय पर प्रचार किया जाता है। इन गरीब लोगों को सुविधाएं और इलाज कराने के लिए लेकिन वह पटल पर दिखाई नहीं दे रहा है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, नगर पालिका परिषद, नगर निगम जैसी कई ऐसी संस्थाएं हैं जो अलग-अलग नाम से सभी शहरों में बनी हुई है इनमें जितने भी कर्मचारी काम करते हैं, सभी अलग-अलग निगमों के द्वारा ईएसआई कार्ड नहीं बनवाए गए हैं। जिसकी वजह से गरीब लोग कर्मचारी लोग जब कभी बीमार पड़ जाते हैं तो अपनी पूरे साल की जमा पूंजी को इलाज में खर्च कर देते हैं और फिर रोटियों के लिए मोहताज हो जाते हैं। रालोद के प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह टीटू ने सीएम योगी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि मानवता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है और यही वह श्रेणी है जो सरकारों को बेतहाशा अपना वोट देकर विधायक को मेंबर आॅफ पार्लियामेंट और पार्षद को जिला पंचायत सदस्य को सदन में पहुंचाने का काम करते हैं लेकिन जब इनकी लड़ाई की बारी आती है इनके हक की बात आती है तो सभी का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। आपसे बहुत आशा ही नहीं उम्मीद है आप जरूर इस श्रेणी में आने वाले सभी लोगों का ध्यान रखते हुए सभी शहरों की सभी निगमों को आदेश जारी करेंगे जो ईएसआई कार्ड से वंचित कर्मचारी है इसे जल्द से जल्द इन लोगों के ईएसआई कार्ड बनवाए जाए जिससे कभी जरूरत पड़े तो इनको अपनी जमा पूंजी खर्च ना करनी पड़े।