- सामान्य सेवाएं भी चलती रहेंगी : सीएमओ
- एमएमजी अस्पताल से मिलेंगी ब्लड बैंक और लैब सेवाएं
- फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ तैनात
गाजियाबाद। जिलाधिकारी के निर्देश पर संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय को डेडीकेटेड (समर्पित) डेंगू विंग बनायी गयी है। सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचे और डेडीकेटेड डेंगू विंग में उपलब्ध सेवाओं का जायजा लिया। सीएमओ ने बताया जिला एमएमजी अस्पताल स्थित ब्लड बैंक और लैब सेवाओं को डेडीकेटेड डेंगू विंग से संबद्ध किया गया है। संयुक्त जिला चिकित्सालय में एक फ्लोर पर डेडीकेटेड डेंगू विंग बनायी गयी है, संयुक्त जिला चिकित्सालय में सामान्य सेवाएं यथावत चलती रहेंगी।
सीएमओ ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए सुचारु उपचार और चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय में डेंगू के लिए समर्पित विंग बनाने के निर्देश जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की ओर से दिए गए थे। डेडीकेटेड विंग में फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की गई है, शासन से गाइडलाइन मिलने पर त्वचा रोग विशेषज्ञ की तैनाती भी की जाएगी। इसके साथ इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम को भी और सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमओ ने बताया कि कंट्रोल रूम से डेंगू के रोगियों की नियमित मॉनीटरिंग की जा रही है। सुबह- शाम निजी चिकित्सालयों में भी भर्ती रोगियों का हाल लिया जाता है। घर में उपचार ले रहे डेंगू पीड़ित की हालत गंभीर होने पर कंट्रोल रूम से तत्काल भर्ती कराने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा यदि प्लेटलेट्स को लेकर किसी रोगी को कोई समस्या है तो कंट्रोल रूम से मदद ले सकता है। सीएमओ ने निर्देश दिए हैं कि रोगियों के घर मलेरिया विभाग की टीम ने छिड़काव और स्प्रे आदि किया है या नहीं, कंट्रोल रूम से इस बात की जानकारी भी ली जाए।
उन्होंने बताया डेंगू का मामला सामना आने पर रोगी के घर और आसपास एडीज मच्छर की मौजूदगी मानते हुए सघन स्प्रे कराया जाता है। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर में मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएं। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं। जिले में सोमवार को 16 डेंगू के मरीज मिले हैं। उन्होंने बताय डेंगू का पॉजीविटी रेट कम हो रहा है, सतर्कता बनाए रखें।