- माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों के साथ पूरी कठोरता बरती जाए
- संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए
- हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे, पीआरवी-112 एक्टिव रहे
- माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी
- साजिशकर्ताओं, अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाए
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर प्रदेश के सभी मण्डलों के मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विगत दिनों प्रदेश के विभिन्न जनपदों-प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अम्बेडकरनगर में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे पूर्व 3 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी। तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी रही। यह शांति व्यवस्था स्थायी रहे, इसके लिए सतर्क एवं सावधान रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजविरोधी कुत्सित प्रयासों पर उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई की गई है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, किन्तु हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड में रहे। यह दु:खद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया। ऐसे में मुख्य साजिशकर्ताओं की पहचान जरूरी है। यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं। इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है। हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। ऐसे में, सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा। धर्मगुरुओं तथा समाज के प्रतिष्ठित लोगों से सतत संवाद-सम्पर्क बनाए रखें। इसके साथ-साथ उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाए। कार्रवाई ऐसी हो, जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने। माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके। इस सम्बन्ध में प्रदेश में संवाद और सेक्टर स्कीम लागू कर कानून-व्यवस्था कायम रखी जाए। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए फील्ड के अधिकारियों के पास सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार हैं। स्थानीय स्थिति-परिस्थिति को देखते हुए अपने यथोचित निर्णय लें। जिन भी जनपदों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां आवश्यकतानुसार धारा-144 लागू की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सार्वजनिक/आमजन की सम्पत्ति को हुई क्षति की वसूली प्रत्येक दशा में सम्बन्धित दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए। प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने की कार्यवाही प्रारम्भ हो गई है। अन्य जनपद भी तत्परता के साथ कार्यवाही करें। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता बरती जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक भी निर्दाेष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी छोड़े नहीं। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी0-112 एक्टिव रहे।
बुलडोजर की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों/माफियाओं के विरुद्ध है। यह कार्रवाई सतत जारी रखी जाए। साजिशकर्ताओं, अभियुक्तों की पहचान कर यथाशीघ्र गिरफ्तारी की जाए। सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच करें। ऐसे लोगों के विरुद्ध एनएसए अथवा गैंगस्टर के नियमों के तहत नियमसंगत कार्रवाई की जाए। यदि किसी अपराधी की दोबारा किसी अराजक घटना में संलिप्तता पायी जाए, तो चार्जशीट में इसका उल्लेख जरूर करें।