- 1.17 लाख लोगों की हुई स्क्रीनिंग, लक्षणयुक्त 15,637 की जांच हुई
- जनपद में 21 अक्टूबर तक चलेगा दस्तक अभियान
गाजियाबाद। दस्तक अभियान में जनपद में अब तक 196 क्षय रोगी खोजे जा चुके हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. दिनेश मोहन सक्सेना ने बताया कि सभी का उपचार शुरू कर दिया गया है। अक्टूबर माह के दौरान शासन के निर्देश पर मनाए जा रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह के दौरान सात अक्टूबर से दस्तक अभियान शुरू हुआ था, जो 21 अक्टूबर तक चलेगा। दस्तक अभियान के दौरान आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम बुखार, इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और दो सप्ताह से अधिक खांसी वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर रही हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सक्सेना ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी टीबी का मुख्य लक्षण माना जाता है। इसके अलावा खांसी में बलगम या खून आना, खांसते समय सीने में दर्द, रात में सोते समय पसीना और अचानक वजन कम होना, टीबी के लक्षण हो सकते हैं। डीटीओ का कहना है कि लक्षण आने पर टीबी की जांच अवश्य कराएं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जांच निशुल्क की जाती है। जांच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार शुरू किया जाता है।। दरअसल फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है। इससे परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमण का खतरा हो जाता है। उपचार शुरू होने के बाद संपर्क में आने वालों को संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। इसीलिए क्षय रोग विभाग सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान का संचालन करता है।
उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान जनपद में अब तक 1.17 लाख व्यक्ति की टीबी स्क्री?निंग की जा चुकी है। स्क्रीनिंग के दौरान मिले 15,637 लक्षणयुक्त व्यक्तियों की टीबी जांच की गई। जांच के दौरान 196 व्यक्तियों को टीबी की पुष्टि हुई है। अभियान के दौरान खोजे गए सभी क्षय रोगियों का पोर्टल पर पंजीकरण करने के साथ ही उपचार शुरू कर दिया गया है।
यशोदा अस्पताल ने 150 क्षय रोगियों को और गोद लिया
कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोनी पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को 150 क्षय रोगियों को और गोद लिया। इससे पहले अस्पताल आठ सौ क्षय रोगियों को गोद ले चुका है। अस्पताल की ओर से गोद लिए गए क्षय रोगियों को एक-एक किलो हॉर्लिक्स, चना, मूंग साबुत और दलिया के अलावा आधा-आधा किलो मूंगफली गिरी और सोयाबीन न्यूट्रेला उपलब्ध कराया गया। पुष्टाहार का वितरण जिला क्षय रोग अधिकारी डा. डीएम सक्सेना, चिकित्सा अधीक्षक डा. मनपाल सिंह, यशोदा अस्पताल के प्रतिनिधि विजय कुमार शर्मा और राहुल शर्मा ने किया। इस मौके पर क्षय रोग विभाग से वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक कपिल त्यागी और टीबीएचवी सचिन त्यागी भी मौजूद रहे।