- फेस्ट में 12 राज्यों कर 42 टीमों ने लिया भाग
गाजियाबाद। मोहनगर स्थित आईटीएस, मोहन नगर गाजियाबाद के स्नातक परिसर द्वारा एक राष्ट्रीय कोड फेस्ट नेशनल हैकाथॉन-2022 का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह का उद्घाटन सुविख्यात टेक्नोक्रैट एवं तकनीकी विशेषज्ञ तथा आरएमएसआई के वाईस प्रेजिडेंट (टेक्नोलॉजी) उपकार सिंह, आईईटीएस के निदेशक (आईटी एवं यूजी) प्रोफेसर सुनील पांडेय और यूजी कैंपस की वाईस प्रिंसिपल प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। फेस्ट के संयोजक डा. शुभ्रा द्विवेदी, डा. कादंबरी अग्रवाल, बीसीए पाठ्यक्रम की चेयरपर्सन डा. विदुषी सिंह भी उपस्थित थे। आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अपने सम्बोधन में छात्रों को पूरी टीम भावना एवं क्षमता के साथ इस फेस्ट की विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।मुख्य अतिथि उपकार सिंह ने आयोजन को बहुत महत्वपूर्ण बताया एवं कहा कि इस प्रकार के आयोजन बहुत कम संस्थान कर पाते हैं। उन्होंने आईटीएस मैनेजमेंट की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि आईटीएस परिसर में आना अपने आप में एक संतोष देने वाला अनुभव है। उन्होंने छात्रों को पूर्ण मनोयोग से इस कार्यक्रम में भाग लेने, अपनी तकनीकी समझ, कुशलता एवं दक्षता के प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने से अपनी समझ एवं कौशल को प्रदर्शित करने के साथ-साथ अपने स्व मूल्यांकन के भी अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने छात्रों के अनुशासित व्यवहार की प्रशंसा की। आईटीएस के निदेशक (आईटी एवं यूजी) प्रोफेसर सुनील पांडेय ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार से व्यवसाय जगत में टैक्नोलॉजी को आत्मसात किया जा रहा है तथा तेजी से टैक्नोलॉजी में परिवर्तन एवं विकास हो रहे हैं उसने टैक्नोलॉजी एवं कारपोरेट को एक दूसरे का पूरक बना दिया है। आज के सन्दर्भ में हम इन दोनों को ही अलग करके नहीं देखा जा सकता है। उन्होंने इस सन्दर्भ में फेस्ट के महत्व पर चर्चा की एवं कहा कि सैद्धांतिक विषयों के अध्ययन के साथ-साथ इन तकनीकों के प्रायोगिक अनुप्रयोगों को समझने की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को सतत सीखने की प्रवृत्ति के विकास पर बल देते हुए कहा कि वर्तमान समय में अपने आपको प्रासंगिक बनाये रखना बहुत आवश्यक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया की सभी छात्र इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट टीम भावना के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। यूजी कैंपस की वाईस प्रिंसिपल प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने इसके पूर्व इस फेस्ट के उद्देश्यों एवं संरचना पर विस्तार से चर्चा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन छात्रों को एक सकारात्मक सोच के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि कि सफलता सुनिश्चित करने के लिए दृढ़निश्चय, संकल्प और सही प्रयास और सतत सीखने एवं परिवर्तन को स्वीकार करते हुए तदनुसार अपने आपको तैयार रखने की सलाह दी। इस फेस्ट के सफल एवं भव्य आयोजन तथ छात्रों के बड़ी संख्या में भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं। उल्लेखनीय है कि इस फेस्ट में 12 राज्यों, जिनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, तमिलनाडु सम्मिलित हैं के कुल 42 टीमों में 200 से भी अधिक छात्रों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों को कुल 17 प्रश्न दिए गए थे जो व्यवहारिक अनुप्रयोगों पर आधारित थे। इनमें से किसी एक का चयन कर समस्या के समाधान के बारे में तैयारी एवं उसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करना था। यह देखना बहुत सुखद था कि प्रतिभागियों ने विभिन्न टैक्नोलॉजीज जिसमें ब्लॉकचैन टैक्नोलॉजी, क्लाउड टैक्नोलॉजी, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस एवं मशीन लर्निंग, वेब आधारित अनुप्रयोग आदि पर आधारित प्लिकेशन्स डेवेलप किये थे। निर्णायक मंडल, जिनमें वरिष्ठ तकनीकी रूप से दक्ष सदस्य सम्मिलित थे, द्वारा बहुत प्रशंसा मिली। सायंकाल पुरस्कार वितरण समारोह में प्रोफेसर सुनील पांडेय एवं नैंसी शर्मा ने इस फेस्ट के सफल एवं भव्य आयोजन तथ छात्रों के बड़ी संख्या में भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी विजेता टीमों को बधाई दी तथा सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों ने भाग लेने से न केवल अपनी तकनीकी दक्षता को परखने का अवसर प्राप्त होता है वरन एक दूसरे को समझने, अन्य छात्रों के द्वारा किये जा रहे प्रयासों तथा टीम भावना के विकास में सहायक होते हैं। इस अवसर पर आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अपने सन्देश में सभी विजेता छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस फेस्ट की प्रथम तीन विजेता टीमों को वीएमएलजी गाजियाबाद, जीएनआई ग्रेटर नोएडा तथा नेशनल पग कॉलेज लखनऊ ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीया स्थान प्राप्त किए, जिन्हें ट्रॉफी, मैडल, प्रमाण पत्र एवं नकद पुरस्कार प्रदान किया गए।