- कार्यक्रम में पहुंचे परिजनों की हुई टीबी जांच
गाजियाबाद। पुष्टाहार और भावनात्मक सहयोग उपलब्ध कराने के साथ ही देखभाल और नियमित रूप से दवा लेने के लिए प्रेरित करने को सिविल डिफेंस गाजियाबाद की ओर से 100 क्षय रोगियों को और गोद लिया गया है। गुरुवार को विजयनगर हेल्थ पोस्ट पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान इन सभी को पुष्टाहार उपलब्ध कराया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर की मौजूदगी में हुए इस कार्यक्रम में एक अच्छी पहल हुई। कार्यक्रम में पहुंचे क्षय रोगियों के एक-एक परिजन की मौके पर ही टीबी जांच कराई गई, साथ ही उन्हें प्रेरित किया गया कि परिवार के हर सदस्य की टीबी जांच अवश्य कराएं। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. डीएम सक्सेना ने कहा क्षय रोगियों के परिजनों और संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों की भी टीबी जांच होना जरूरी है।
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने कहा क्षय रोगी मॉस्क का इस्तेमाल कर अपने प्रियजनों को टीबी के संक्रमण से बचा सकते हैं। फेफड़ों की टीबी भी कोरोना की तरह मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रापलेट के जरिए फैलती है, मॉस्क के इस्तेमाल से संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है। रोगी को हवादार स्थान पर रखें और उसके खानपान व नियमित रूप से दवा खाने का ध्यान रखें। अधिकतर मामलों में छह माह के नियमित उपचार से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है। डीटीओ डा. डीएम सक्सेना ने बताया टीबी का उपचार बीच में छोड़ देने पर मल्टी ड्रग रजिस्टेंट (एमडीआर) टीबी होने का खतरा रहता है, इसलिए बीच में दवा छोड़ने की गलती न करें और प्रोटीन युक्त खुराक लेते रहें, इससे संक्रमण को मात देने में मदद मिलती है। इस मौके पर सिविल डिफेंस से डिप्टी कंट्रोलर अशोक गौतम ने रोगियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए कहा टीबी से लड़ाई में वह खुद को अकेला न समझें, सिविल डिफेंस उनके साथ है। बता दें कि सिविल डिफेंस गाजियाबाद की ओर से इससे पहले 18 जून को जिला क्षय रोग केंद्र पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दो सौ क्षय रोगियों को गोद लिया गया था।