- नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए की खुराक
- सीएमओ ने चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के दिए निर्देश
- डीपीओ को पत्र लिख मातहत कर्मचारियों को निर्देशित करने को कहा
गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तीन अगस्त से बाल स्वास्थ्य पोषण माह का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष आयोजन के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार कर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी कार्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही सीएमओ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) को पत्र लिखकर बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को भी इस संबंध में निर्देशित करने को कहा है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय का पत्र संलग्न करते हुए पोषण माह के उद्देश्य की भी जानकारी दी गई है।
सीएमओ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा अधीक्षकों को पत्र भेजकर बाल स्वास्थ्य पोषण माह की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में शासन से मिले मिशन निदेशक के पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों से कराया जाए। उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस के अलावा शिक्षा, पंचायत, ग्राम विकास एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए।
सीएमओ ने डीपीओ को भेजे पत्र में मिशन निदेशक की ओर से मिले निर्देश का हवाला देते हुए बताया है कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्देश्य नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ह्लएह्व की कवरेज बढ़ाना है। सभी कुपोषित बच्चों का पुन: वजन, पहचान, प्रबंधन व संदर्भन करना है। नियमित टीकाकरण (आरआई) के दौरान लक्षित बच्चों के साथ ही बीच में टीकाकरण छोड़ने वाले बच्चों का शत-प्रतिशत प्रतिरक्षण सुनिश्चित करना है। इसके अलावा बाल रोगों की रोकथाम करते हुए स्तनपान व ऊपरी आहार को बढ़ावा देते हुए कुपो?षण से बचाव करना है। आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग को बढ़ावा देना है। जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय ने बाल स्वास्थ्य पोषण माह के संबंध में पत्र प्राप्त होने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में सीडीपीओ, मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।