लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 8 वर्षों के सफल कार्यकाल में भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में नई ऊँचाइयां और उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव प्रधानमंत्री जी के ह्यएक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करता है। आगामी 15 अगस्त, 2022 को जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे और हम सभी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे होंगे, तब हमें नए कार्यक्रमों और संकल्पों के साथ आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना को मूर्तरूप देते हुए आजादी के शताब्दी महोत्सव की ओर अग्रसर होना होगा। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में यदि प्रत्येक क्षेत्र का व्यक्ति ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य निर्वहन को जीवन का ध्येय बना ले, तो ऐसे सशक्त व समर्थ भारत का निर्माण होगा, जो दुनिया का नेतृत्व करेगा।
मुख्यमंत्री यहां आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने विद्या भारती द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत चलाए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और आयोजनों की सराहना करते हुए कहा कि इनके माध्यम से देश की आजादी के लिए अपना योगदान देने वाले भारत के सैनिकों के शौर्य और पराक्रम से विद्यार्थियों को अवगत कराने का सफल कार्य किया जा रहा है। इससे सम-विषम परिस्थितियों में कार्य करने वाले सैनिकों के पराक्रम से भावी पीढ़ी को नई दिशा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रमों की श्रृंखला में उत्तर प्रदेश के परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, अशोक चक्र, शौर्य चक्र एवं कीर्ति चक्र से सम्मानित वीरों पर डॉक्युमेण्ट्री बनाकर विद्या भारती के विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट्स से प्रत्यक्ष संवाद का कार्य प्रारम्भ किया गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त मेजर जनरल प्रभाकर की डॉक्युमेंट्री का विमोचन किया। उन्होंने विभिन्न पुस्तकों का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि विद्या भारती और उससे जुड़े संस्थान देश ही नहीं बल्कि, दुनिया के तमाम देशों में वर्तमान पीढ़ी को राष्ट्रवादी शिक्षा और भारत के सांस्कृतिक मूल्यों से अवगत कराने का कार्य कर रहे हैं। आजादी के अमर बलिदानियों और वीर सैनिकों को सम्मान प्रदान करने का कार्य विद्या भारती द्वारा किया जा रहा है। इससे प्रत्येक नागरिक के मन में देश भक्ति का भाव जागृत हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति का सर्वांगीण विकास है। हमें इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली का विकास करना है, जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके, जो राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत हो, शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो और जीवन की चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक कर सके। विद्या भारती के मार्गदर्शन में देश भर में 13,000 विद्यालय संचालित हैं, जिसमें 40 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विद्या भारती, भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत युवा पीढ़ी के निर्माण में संलग्न है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव को अमृत काल के रूप में परिभाषित करने का कार्य किया है। इससे देश में उनके नेतृत्व के प्रति एक नया विश्वास देखने को मिल रहा है। उनके नेतृत्व में केन्द्र व राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ जनता के कल्याण का कार्य कर रही हैं। बगैर किसी भेदभाव के केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के प्रत्येक वर्ग को मिल रहा है। आजादी के रणबांकुरों द्वारा देखा गया सपना सही मायने में साकार हो रहा है। भारत को प्रत्येक क्षेत्र में अग्रसर किए जाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना पर आधारित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। 10 करोड़ शौचालयों का निर्माण, 3 करोड़ से अधिक लोगों को आवास, 8 करोड़ से अधिक नि:शुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन सहित 9 करोड़ विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त किया गया। सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना का कार्य किया गया। उग्रवाद व आतंकवाद का खात्मा हुआ। आस्था का सम्मान करते हुए अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर का निर्माण हो रहा है, जो साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकात्मता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत की ताकत यहां की 135 करोड़ की जनता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक चुनौतियों के बावजूद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सदी की महामारी कोविड नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी गईं। इस महामारी के विरुद्ध अब तक प्रधानमंत्री जी का निरन्तर मार्गदर्शन मिल रहा है। मात्र 9 महीने की अवधि में भारत में कोरोना नियंत्रण के लिए 2 वैक्सीन विकसित की गईं। कोविड काल के दौरान 2 वर्षों तक 80 करोड़ लोगों को नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता रहा। देश में वैक्सीन की 200 करोड़ डोज उपलब्ध करायी जा चुकी हैं। इस अवसर पर विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के पदाधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।