- चितौली गांव में आयोजित कैंप का निरीक्षण करने पहुंचे डीटीओ
- आशा कार्यकर्ताओं और सीएचओ को अभियान में तेजी लाने के दिए निर्देश
हापुड़। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी के निर्देशन में जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में तेजी लाने के लिए लगातार दौरे कर रहे हैं। शुक्रवार को डीटीओ डा. राजेश कुमार सिंह चितौली गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयोजित कैंप का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांव की प्रधान चिंकी बाना के साथ भी बैठक की और क्षय रोगी खोज अभियान में सहयोग का आह्वान किया। इस मौके पर वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक हसमत अली भी मौजूद रहे। बता दें कि ग्राम प्रधान व अन्य लोग हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर राष्ट्रपति की ओर से टीबी मुक्त भारत अभियान की घोषण एवं निक्षय- 2.0 के लोकार्पण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने पहुंची थीं। इस कार्यक्रम का प्रसारण सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के अलावा प्राथमिक, सामुदायिक और जिला स्तरीय चिकित्सालयों में देखा गया।
डीटीओ डा. सिंह ने ग्राम प्रधान से ग्रामीणों को क्षय रोग के प्रति जागरूक करने और लक्षण होने पर निशुल्क जांच के लिए प्रेरित करने की अपील की। ग्राम प्रधान को बताया गया कि किसी भी ग्रामीण को न तो जांच के लिए स्पुटम (बलगम) का नमूना देने के लिए और रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए कहीं जाना पड़ेगा। विभाग सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) के मार्फत आशा और एएनएम के सहयोग से यह सारी सुविधा घर-घर उपलब्ध करा रहा है। 23 अगस्त से शुरू हुआ विशेष क्षय रोगी खोज अभियान 30 सितंबर तक चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत हर सक्रिय क्षय रोगी के कम से कम 10 संपर्कों (परिजन और नजदीकी) की भी स्पुटम जांच की जा रही है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने इस मौके पर संबंधित एएनएम और आशा कार्यकतार्ओं के साथ सीएचओ आकृति को भी निर्देश दिए कि अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग कर इस बात का प्रयास करें कि कोई भी क्षय रोगी उपचार के बिना न रहने पाए। आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण को जाएं तो घर के मु?खिया से अवश्य बात करें और क्षय रोग के लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ यह भी बताएं कि क्षय रोग की जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। नियमित रूप से दवा खाने से क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है।