- संत कबीर दास के प्रकटोत्सव पर लगाई गई छबील
- झूठों के झांसे में नहीं आना है: रामदुलार यादव
गाजियाबाद। संत शिरोमणि कबीर साहिब के प्रकटोत्सव के अवसर पर जीटी रोड साहिबाबाद स्थित शहीदे आजम भगत सिंह, राज गुरु, सुखदेव पार्क के प्रांगण में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार अवतार सिंह काले ने की व धीरेन्द्र यादव ने आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन सुनील चौहान ने किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सपा के जिला महासचिव वीरेन्द्र यादव एडवोकेट रहे। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष रामदुलार यादव ने समारोह में शामिल सभी लोगों का आभार व्यक्त किया व मीठे पानी की छबील लगाई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि सैकड़ों वर्ष पहले संत कबीर ने धार्मिक-पाखंड और विषमता दूर करने का प्रयास किया। जातिवाद, ऊंच-नीच, छुआछूत मिटाने की अलख जगाई। आडम्बर और रुढ़िवाद, परम्परावाद, मूर्ति पूजन का खंडन किया। समाज में प्रेम, समता, समानता, भाईचारे का संदेश दिया। उनके विचार आज भी उतने ही महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं जब लोग अनपढ़ थे। सामाजिक कुरीतियों के शिकार थे लेकिन आज भी कमोवेश वही स्थिति है जब हम शिक्षित हो गये, हमने कभी गंभीरता से यह नहीं सोचा की हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। हमें नफरत, विषमता के वातावरण का समूल नाश कर देश समाज में भाई-चारा, सहिष्णुता, प्रेम का प्रसार करना चाहिए तभी हम कबीर साहिब के प्रकटोत्सव दिवस मानने के अधिकारी होंगे। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष रामदुलार यादव ने कहा कि कबीर साहिब अद्भुत विलक्षण प्रतिभावान, निडर संत थे। वे सच्ची अच्छी बात को व्यक्ति से मनवाने की कला में निपुण थे। वह मस्तमोला थे। यद्यपि वह पढ़े-लिखे नहीं थे लेकिन अनूभवी थे। उनका कहना है कि मसि कागज छुये नहीं कलम गही ना हाथ, सुनी सुनाई ना कही, देखन देखी बात। आज असत्य, भाषण, झूठ और प्रपंच फैलाया जा रहा है, इसके माध्यम से जनता को अंधकार में रखकर गुमराह किया जा रहा है। लोग भय, अंधभक्ति, अंधकार में जी रहे हैं। कबीर साहिब ने अपनी रचनाओं के माध्यम से लोगों को जगाने का कम किया। उन्होंने कहा है कि संतों यह सारा जग बौराना, साँच कहे जग मारन धावे, झूठे जग पतियाना। हमें कबीर साहिब के बताये मार्ग पर चलकर प्रेम सदभाव, भाईचारे का माहौल बनाने के साथ झूठों के झांसें में नहीं आना चाहिए। कबीर साहिब के प्रति असली श्रद्धांजलि यही होगी। कार्यक्रम में बाबू सिंह आर्य, आदिल मलिक, हाजी मोहम्मद सलाम, संजू शर्मा, अवधेश यादव, बिन्दू राय, रेनू पुरी, शबाना, अनीता सिंह, मुकेश शर्मा, वीर सिंह सैन, आरती सिंह, कमलेश, ममता, ब्रह्मप्रकाश, मुनीब राम यादव, आरती, सुनील चौहन, अनीता, सचिन पांचाल, अजय, गौरव, रिजवान, शिवानन्द चौबे, सुरेन्द्र यादव, गुड्डू यादव, हरदीप सिंह, किशन पाल यादव, सुशील वर्मा, एसपी छिब्बर, असलम, मोनू चौहान, इमरान, माजिद ठाकरान, फौजुद्दीन, किशन यादव, रामप्यारे यादव, पप्पू सिंह, उदय प्रताप, प्रेमचन्द पटेल, हरी किशन, अमर बहादुर, अंकित राय, राजीव गर्ग, केदार सिंह आदि मौजूद रहे।