मुरादनगर सीट पर केडी त्यागी की दावेदारी से समीकरण उलझे
- अभी तक अंबरीश त्यागी, रमेश चौधरी, रुद्रप्रताप त्यागी, दिशांत त्यागी का नाम आ रहा था सामने
- ब्लॉक प्रमुखी चुनाव में भाजपा को दिला दिया था छठी का दूध याद
- जमीन से जड़े नेता कहलाए जाते हैं केडी त्यागी
गाजियाबाद। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए केडी त्यागी ने भी मुरादनगर सीट पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी ठोक दी है। उन्होंने अपना आवेदन भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को सौंप दिया है। महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने उनके आवेदन को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचा दिया है। केडी त्यागी के अचानक से मुरादनगर सीट से दावेदारी करने के पीछे कई बड़ी वजह बताई जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि केडी त्यागी को दिल्ली में बैठे भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि केडी त्यागी मुरादनगर क्षेत्र की राजनीति की धुरी हैं। निर्विरोध बीडीसी चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को ब्लॉक प्रमुखी का चुनाव भी निर्दलीय के तौर पर लड़ाया था। भाजपा में आने से पहले उन्होंने क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव निर्दलीय के रूप में न केवल जीता बल्कि कई बीडीसी को उन्होंने चुनाव जिताने का कार्य किया। केडी त्यागी की क्षेत्र में लोकप्रियता का ही नतीजा था कि भाजपा की पूरी फौज भी केडी त्यागी के रथ को रोक नहीं पा रही थी। केडी त्यागी को सर्वदलीय सदस्यों का समर्थन प्राप्त था लेकिन ऐन वक्त पर लॉटरी सिस्टम के चलते उनकी पत्नी ब्लॉक प्रमुख बनने से रह गई थीं। केडी त्यागी का राजनीतिक इतिहास भी काफी प्रभावशाली रहा है। बहुजन समाज पार्टी में उनका अपना कद रहा है। बसपा के मेरठ मंडल कॉर्डिनेटर रहते हुए उन्होंने 2017 में वेस्ट यूपी की दो दर्जन से अधिक सीटों पर धुआंधार प्रचार किया था। जहां-जहां उन्होंने बसपा प्रत्याशियों के लिए सभाएं की उनमें बहुत अधिक भीड़ उमड़ती थी। वे बसपा के चहेते नेता थे। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू व जनरल वीके सिंह की मौजूदगी में उन्होंने महामाया स्पोर्ट्स स्टेडियम में भाजपा ज्वाइन कर ली थी। उस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी मौजूद थे। तब केडी त्यागी ने कहा था कि उनका फिलहाल चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है लेकिन बदलते हालात को देखते हुए और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिले आशीर्वाद के बाद उन्होंने मुरादनगर सीट के लिए टिकट के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है। अब देखना यह है कि मुरादनगर सीट पर भाजपा फिर से त्यागी को रिपीट करती है या फिर किसी अन्य जाति के नेता को टिकट देती है। क्योंकि भाजपा में इस सीट के लिए अधिकांत दावेदार त्यागी ही हैं। मौजूदा विधायक अजीतपाल त्यागी क्या अपना टिकट बचा पाने में कामयाब हो पाते हैं। क्योंकि अजीतपाल त्यागी के सामने उन्हीं की बिरादरी के नेता खुलकर ताल ठोक रहे हैं।