नई दिल्ली । लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में मचे घमासान के बीच चिराग पासवान को राजद और कांग्रेस से आफर मिल चुका है। बिहार की राजनीति अभी चरम पर है। तेजस्वी यादव के साथ आने के आफर पर भी चिराग ने अपना रुख साफ किया। चिराग ने कहा कि लालू और रामविलास पासवान ने काफी दिनों तक साथ काम किया। दोनों के संबंध अच्छे रहे। तेजस्वी यादव की ओर से पार्टी में आने को लेकर मिले आफर पर चिराग ने कहा कि वो हमेशा से मेरे छोटे भाई हैं। उनके आफर का सम्मान करता हूं। अभी मेरी प्राथमिकता आशीर्वाद यात्रा है।
जमुई से सांसद चिराग पासवान अपनी प्राथमिकता आशीर्वाद यात्रा को बता रहे हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार अगर मुझे कहीं मिलेंगे तो मैं उनके पैर छुऊंगा पर नीतियों को लेकर उनका विरोध जारी रहेगा।
चिराग ने कहा कि नीतीश मुझसे बड़े हैं, जब भी मिला हूं उनका पैर छुआ है। आगे भी नीतीश का सम्मान करूंगा। लेकिन नीतियों को लेकर बिहार के सीएम का विरोध जारी रहेगा। चिराग ने कहा कि बिहार की बर्बादी का मुख्य कारण नीतीश कुमार हैं। चिराग ने कहा कि पापा के रहते कई बार लोगों ने लोजपा को तोड़ने की कोशिश की। नीतीश को लेकर चिराग ने कहा कि मेरे पिता के आखिरी शब्द थे कि कुछ भी हो जाए नीतीश के साथ मत जाना। चिराग ने कहा कि आज इस बात का बहुत दुख है कि जिन्होंने पापा का राजनीतिक भविष्य खराब करने की कोशिश की उनके साथ पार्टी के लोग खड़े हैं।
लोजपा में मचे घमासान पर चिराग ने कहा कि मैं तो सोच रहा हूं कि काश यह सपना होता। चिराग ने कहा कि रामविलास पासवान के निधन के बाद मैं चाचा पशुपति कुमार पारस में पिता की छवि देखता था। चाचा ने मुझे अकेले तो छोड़ा ही, धोखा भी दिया। पिता की बरखी तक का इंतजार नहीं किया। उन्होंने कहा कि इतना कुछ करने से पहले चाचा ने अगर मुझसे कहा होता तो मैं हर बात मानने के लिए तैयार हो जाता।